अब तक यह मध्यप्रदेश की सियासी फिजाओं में था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संघ की ट्यूनिंग थोड़ी सी बिगड़ गई है। लेकिन हाल ही में शिवराज की नागपुर यात्रा ने इस बात को बल दे दिया है।
भाजपा शासित मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रियों और आईएएस अफसरों में कामकाज को लेकर सही तालमेल नहीं हो पा रहा है। कैबिनेट की बैठक में खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजेे ने मुख्य सचिव पर दस माह तक फाइल दबाने का अारोप लगा दिया है।
पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में विस्तार के बाद मध्यप्रदेश से मंत्रियों की संख्या 8 हो गई है। राज्य से राज्यसभा सदस्य तथा पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर को अब पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इस तरह पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश को खासी तवज्जो दी है। 8 मंत्रियों की संख्या मध्यप्रदेश के लिए अब तक की सारी केंद्रीय कैबिनेट के मुकाबले सबसे अधिक है। इस तरह देश की कैबिनेट के इतिहास में मध्य प्रदेश ने नया कीर्तिमान रच दिया है।
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह मंत्रिमंडल से हटाए गए वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि भाजपा में शायद अब बूढ़े मां-बाप को निकालने की पंरपरा आ गई है। पार्टी में वरिष्ठ लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार के समय पार्टी की अंर्तकलह उजागर हो गई। दो वरिष्ठ मंत्रियों बाबूलाल गौर और सरताज सिंह ने पार्टी की मंशा के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। शिवराज ने मंत्रिमंडल में पाच कैबिनेट मंत्रियों के साथ नौ मंत्रियों को शामिल किया है।
सब कुछ ठीक रहा और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को अस्पताल से छुट्टी मिल गई तो कल यानी 30 जून को मध्य प्रदेश के कुछ विधायक मंत्री का दर्जा पा जाएंगे। इसके साथ ही लंबे समय से चले आ रहे मंत्रीमंडल के विस्तार की अटकलों को विराम मिल जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह जल्द ही अपने मंत्रीमंडल में विस्तार करेंगे। शिवराज सिंह चौहान हाल ही में चीन यात्रा से लौटे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्रीमंडल में विस्तार कब होगा तो उन्होंने कहा, वह अपनी बात पर अडिग हैं।
गैर सरकारी संगठन क्राई :चाइल्ड राइट एंड यू: के विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि मध्यप्रदेश में करीब सात लाख बच्चे मजदूर हैं। इनमें से तीन लाख बाल मजदूर या तो निरक्षर हैं या उनकी पढ़ाई-लिखाई मजदूरी करने की वजह से प्रभावित हो रही है।
सिंहस्थ की कामयाबी से गदगद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां ड्यूटी करने वाले सरकारी मुलाजिमों को इनाम और मैडल से नवाज रहे हैं। मोदी के पदचिन्हों पर चलते हुए शिवराज अगले छह महीनों में दो बड़े आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। इंदौर में अक्टूबर में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट और दूसरा, नवंबर से नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से नर्मदा बचाने के लिए पदयात्रा। अपनी उज्जैन यात्रा के दौरान आउटलुक के साथ बातचीत में शिवराज ने बेबाकी से जवाब दिए। पेश है राजेश सिरोठिया से उनकी बातचीत के संपादित अंश:
बड़ी मुश्किल से व्यावसायिक परीक्षा मंडल के दाग सिंहस्थ में साधु-संतों की सेवा के बाद धुले थे। पर ये घोटाले के दाग हैं जो पता नहीं क्यों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दामन से धुलना ही नहीं चाहते हैं। सिंहस्थ खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभी चैन की सांस भी नहीं ली है, फुर्सत के दो पल भी नहीं काटे हैं कि घोटाले की बैचेन हवाएं मध्य प्रदेश और उससे बाहर लहराने लगी है।