Advertisement

Search Result : "शिवराज कैंटीन"

किसान और राज्य सरकारें सहयोग दें तो बदल देंगे किसानों की हालत: मोदी

किसान और राज्य सरकारें सहयोग दें तो बदल देंगे किसानों की हालत: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बरेली में एक किसान रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि छोटे-छोटे कदम उठाकर कृषि क्षेत्र के सामने खड़ी चुनौतियों को अवसरों में बदला जा सकता है। रैली में उन्होंने राज्य सरकारों को किसानों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने का भी आह्वान किया।
अब एएमयू कैंटीन की मेन्यू में बीफ की पेशकश पर विवाद

अब एएमयू कैंटीन की मेन्यू में बीफ की पेशकश पर विवाद

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में अब बीफ परोसे जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया के जरिये मुद्दे को और बढ़ा- चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। हालांकि विश्वविद्यालय ने पूरे प्रकरण को एक साजिश बताया है वहीं दक्षिणपंथी संगठनों ने धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया है।
क्रूज पर शिवराज सरकार

क्रूज पर शिवराज सरकार

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल के साथ खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर हनुमंतिया पर्यटक परिसर के उद्घाटन के दौरान क्रूज नाव का भरपूर आनंद लिया। उन्होंने पर्यटकों को मध्यप्रदेश में सैरगाह करने के लिए अनुकूल माहौल देने का आश्वासन दिया।
इंफोसिस परिसर में महिला से बलात्कार, दो गिरफ्तार

इंफोसिस परिसर में महिला से बलात्कार, दो गिरफ्तार

इंफोसिस कंपनी के पुणे परिसर में कार्यरत एक महिला कर्मचारी के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। महिला ने आरोप लगाया कि वहीं काम करने वाले दो लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने महिला से बलात्कार के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
खरगौन में दो गुटों में झड़प के बाद कर्फ्यू

खरगौन में दो गुटों में झड़प के बाद कर्फ्यू

मध्य प्रदेश के खरगौन जिले में विजयदशमी के अवसर पर दो गुटों में जमकर हुए संघर्ष के बाद प्रशासन ने अनिश्चित कालीन कर्फ्यू लगा दिया। इस पूरे मामले में प्रशासन की लापरवाही सामने नजर आयी है। पथराव में दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में 50 लोगों को गिरफ्तार किया है।
व्यापमं से जुड़े पूर्व पर्यवेक्षक की मौत पर सवाल

व्यापमं से जुड़े पूर्व पर्यवेक्षक की मौत पर सवाल

व्यापमं महाघोटाले से जुड़े लोगों की लगातार हो रही मौतों पर विराम लग गया था, पर इससे जुड़े पूर्व पर्यवेक्षक मध्यप्रदेश कैडर के रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी 65 वर्षीय विजय बहादुर सिंह की उड़ीसा में मौत हो गई है। वे 2010 से 13 व्यापमं के पर्यवेक्षक रह चुके थे और हादसे के वक्त उड़ीसा से भोपाल लौट रहे थे। उनकी पत्नी के अनुसार उड़ीसा के झारसुगुड़ा स्टेशन के पास वे बाथरूम जाने के लिए उठे थे, उसके बाद वापस नहीं आए। सिंह का शुक्रवार को भोपाल में अंतिम संस्कार किया गया।
व्यापमं केस: सीबीआई छापों का बिहार में पड़ेगा असर

व्यापमं केस: सीबीआई छापों का बिहार में पड़ेगा असर

सीबीआई ने व्यापमं महाघोटाले को अपने हाथ में लेने के बाद पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश में इससे जुड़े लोगों के 40 ठिकानों सहित व्यापमं दफ्तर पर छापे की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश की राजनीति में व्यापमं सुर्खियों में आ गया है। अगले महीने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले व्यापमं मामले में सीबीआई छापे से भाजपा को परेशानी हो सकती है।
व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर और उनकी पत्नी का तबादला वापस

व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर और उनकी पत्नी का तबादला वापस

मध्य प्रदेश के कुख्यात व्यापमं घोटाले का खुलासा करने वाले प्रमुख कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय और उनकी हमपेशा पत्नी के विवादास्पद तबादले के मामले में प्रदेश सरकार ने आज यू टर्न लेते हुए इस दंपति के स्थानांतरण आदेश वापस ले लिए।
शिवराज को देखकर भड़की पब्लिक, घटनास्‍थल जाने से रोका

शिवराज को देखकर भड़की पब्लिक, घटनास्‍थल जाने से रोका

झाबुआ के पेटलावद में हुए विस्फोट के बाद स्थिति का जायजा लेने पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जिला प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य का जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पेटलावद में एक कारोबारी द्वारा गोदाम में अवैध तौर पर बड़ी मात्रा में रखे गए विस्फोटक पदाथर् में कल सुबह विस्‍फोट होने से 89 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए।
क्या मध्यवर्ग को गैस सब्सिडी और सांसदों को सस्ता खाना मिलना चाहिए ?

क्या मध्यवर्ग को गैस सब्सिडी और सांसदों को सस्ता खाना मिलना चाहिए ?

पिछले साल भर में दस लाख से ज्यादा भारतवासियों ने स्वेच्छा से अपनी रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी। एक विकासशील देश में मोदी सरकार ने इन लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का अभियान यह कहते हुए छेड़ा कि पैसा ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचना चाहिए। सरकारी अनुदानों के बारे में आख्यान बदलने का यह प्रयास नई राह बनाता है। ज्यादातर सब्सिडी कम जरूरतमंद लोग चट कर गए हैं, इसके बारे में बहुत सार्वजनिक विमर्श हुआ है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement