‘योजना भवन’ की दीवार पोतकर ‘नीति आयोग’ का बोर्ड लगाने की पहली वर्षगांठ पर रोशनी और धूमधाम की तैयारी नहीं हो रही है। ‘नीति सम्राट’ आयोग के कामकाज और अब तक की ढिलाई से अप्रसन्न हैं। नवगठित आयोग में मुख्यमंत्रियों के उपसमूहों की रिपोर्ट अवश्य बनती गई, लेकिन अफसरों-बाबुओं ने पूरे एक वर्ष में केवल एक रिपोर्ट सरकार को दी। अब एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी अमिताभ कांति को मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया है, ताकि पूंजी निवेश और वितरण की योजना एवं व्यवस्था को पश्चिमी देशों की तर्ज पर आगे बढ़ाया जा सके।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट क्या शुरू हुई कई मंत्री असमंजस में हैं कि उनका क्या होगा। कई कैबिनेट मंत्री तो ज्योतिषियों से सलाह लेने में जुट गए हैं उनका समय कैसा चल रहा है तो कई कामकाज में जुट गए हैं।
बिहार में भले ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनकर वाहवाही लूट रहे हैं लेकिन राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने बेटे तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनवाकर दबाव बढ़ा दिया है। 26 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री बने तेजस्वी लालू के छोटे बेटे हैं और शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद दूसरे नंबर पर शपथ लेने वालों में शामिल रहे।
चुनावों में भारी जीत के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में बनने वाली महागठबंधन की सरकार छठ के बाद शपथ ग्रहण करेगी। हालांकि शपथ ग्रहण की तारीख अभी तय नहीं हुई है लेकिन बताया जा रहा है कि आगामी 20 नवंबर को नीतीश कुमार अपने मंत्रीमंडल के साथ शपथ ले सकते हैं।
अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल विस्तार के तहत शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल राम नाइक पर बीच में ही राष्ट्रगान रुकवा कर इसका अपमान करने का आरोप लगा है। राजभवन में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह के दौरान यह मामला सामने आया।
मध्य प्रदेश के खरगौन जिले में विजयदशमी के अवसर पर दो गुटों में जमकर हुए संघर्ष के बाद प्रशासन ने अनिश्चित कालीन कर्फ्यू लगा दिया। इस पूरे मामले में प्रशासन की लापरवाही सामने नजर आयी है। पथराव में दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में 50 लोगों को गिरफ्तार किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और मिस्र के बीच समुद्री परिवहन से संबंधित एक करार पर हस्ताक्षर किए जाने को लेकर मंजूरी दे दी है। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने भारत और मालदीव के बीच मामलों में आपसी कानूनी सहयोग संधि पर हस्ताक्षर को मंजूरी दे दी है।
व्यापमं महाघोटाले से जुड़े लोगों की लगातार हो रही मौतों पर विराम लग गया था, पर इससे जुड़े पूर्व पर्यवेक्षक मध्यप्रदेश कैडर के रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी 65 वर्षीय विजय बहादुर सिंह की उड़ीसा में मौत हो गई है। वे 2010 से 13 व्यापमं के पर्यवेक्षक रह चुके थे और हादसे के वक्त उड़ीसा से भोपाल लौट रहे थे। उनकी पत्नी के अनुसार उड़ीसा के झारसुगुड़ा स्टेशन के पास वे बाथरूम जाने के लिए उठे थे, उसके बाद वापस नहीं आए। सिंह का शुक्रवार को भोपाल में अंतिम संस्कार किया गया।
सीबीआई ने व्यापमं महाघोटाले को अपने हाथ में लेने के बाद पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश में इससे जुड़े लोगों के 40 ठिकानों सहित व्यापमं दफ्तर पर छापे की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश की राजनीति में व्यापमं सुर्खियों में आ गया है। अगले महीने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले व्यापमं मामले में सीबीआई छापे से भाजपा को परेशानी हो सकती है।