उन्नाव के भगवंतनगर से भाजपा विधायक और कवि हृदय नारायण दीक्षित आज उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष निर्वाचित किए गए। उनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता विरोधीदल राम गोविन्द चौधरी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर बिठाया।
बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा माधुरी दीक्षित का कहना है कि हिंदी फिल्म उद्योग अब अधिक अनुशासित हो गया है। उन्होंने कहा कि अब फिल्में निर्धारित समय पर पूरी हो जाती हैं। इससे काम करने वाले लोग समय के पाबंद हो गए हैं।
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में समान विचारधारा वाली सपा जैसी पार्टियों के साथ चुनाव से पहले गठबंधन किए जाने की संभावना से आज इनकार नहीं किया। वहीं, इसकी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने युवा अखिलेश यादव के पक्ष में इस मुकाबले से हटने की पेशकश की है।
पार्टी के रूख का अनुसरण करते हुए शीला दीक्षित ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाया और इस बात पर हैरत जतायी कि वह रिश्वत दिए जाने से संबंधित सहारा बिड़ला दस्तावेजों की स्वतन्त्र जांच से झिझक क्यों रहे हैं। इससे पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने इन दस्तावेजों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया था जिससे उन्होंने अपनी पार्टी को बचाव मुद्रा में ला दिया था।
राहुल गांधी द्वारा सहारा डायरियों को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधे जाने के बीच आज एक विवाद शुरू हो गया जब कांग्रेस ने इससे जुड़ी एक सूची ट्विटर पर जारी कर दी जिसमें कांग्रेस नेता शीला दीक्षित का भी नाम कथित तौर पर शामिल है। इसके बाद शीला दीक्षित ने उन दस्तावेजों को तवज्जो नहीं दी।
साहित्य अकादेमी, दिल्ली ने कालजयी एवं मध्यकालीन साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए क्रमशः दो विद्वान लेखकों—उत्तरी के लिए डॉ. आनंदप्रकाश दीक्षित और दक्षिणी के लिए नागल्ला गुरुप्रसाद राव समेत छह लेखकों को साहित्य अकादेमी भाषा सम्मान नवाजने की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित सूबे में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने अपनी इस मंशा से कांग्रेस आलाकमान को भी अवगत करा दिया है। हालांकि शीला दीक्षित का कहना है कि चुनाव नहीं लड़ने पर यह उनका अपना फैसला है। लेकिन इस पर पार्टी आलाकमान का निर्णय ही अंतिम होगा।
कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि दिल्ली सरकार दिल्ली पुलिस पर अपना अधिकार नहीं जता सकती और हितों के टकराव को रोकने के लिए इस बल को केंद्र सरकार के अधीन ही रहना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं की बदजुबानी जारी है। ताजा माले में पूर्व बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री उम्मीदवार शीला दीक्षित को दिल्ली का रिजेक्टेड माल बताया है।