देश में आए दिन महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और गैंगरेप की घटनाएं सुनने और पढ़ने को मिलती है। एक ऐसी ही घटना कर्नाटक की है, जहां गैंगरेप का शिकार हुई एक दलित छात्रा ने इंसाफ की गुहार लगाई है। इस संबंध में पीड़िता ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है।
दिल्ली आईआईटी कैंपस की एक पीएचडी छात्रा ने पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली। 28 वर्षीय मृतिका शादीशुदा थी और वाटर रिसोर्स में रिसर्च कर रही थी। उसका पूरा परिवार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहता है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में लड़कियों के साथ सरेआम अश्लीलता का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बिहार के मुजफ्फरपुर का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लोग एक स्कूली छात्रा के साथ बदसलूकी कर रहे हैं।
देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और डेंटल कोर्स में एडमिशन के लिए रविवार को हुई ‘नीट’ से एक दिन पहले परीक्षा को लेकर जहां कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए। वहीं, परीक्षा में की गई सख्ती के बाद अजीबोगरीब घटनाएं सामने आई। कहीं छात्राओं की चेकिंग के दौरान उनके इनर वियर उतरवा दिए, तो कहीं फुल स्लीव कुर्ती के बाजू काट दिए गए।
आजकल सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर एक चलन चल पड़ा है कि आप किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर लिखोगे तो खूब लाइक्स मिलेंगे। लेकिन एक शोध के मुताबिक फेसबुक पोस्ट पर लाइक्स मिलने से लोग ना तो अपने बारे में बेहतर महसूस करते हैं ना ही उनके मूड में सुधार आता है।
दाखिले नियम में हाल में हुए बदलाव को लेकर हुए प्रदर्शनों के आगे झुकते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति जगदीश कुमार ने आज स्पष्ट किया कि एक संकाय सदस्य के साथ कितने शोध छात्रा रह सकते हैं इसकी सीमा तय करने वाला नियम वर्तमान छात्रों पर लागू नहीं होगा।
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर लाइक करना और स्टेटस डालना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक साबित हो सकता है। यह जानकारी एक नये अध्ययन में सामने आयी है।
क्या आप उन लोगों से हमेशा नाराज रहते हैं जो ज्यादा अपशब्दों का इस्तेमाल करता है? लेकिन आपको बता दूं कि वे अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा ईमानदार हो सकते हैं। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया कि जो लोग बिना किसी लाग-लपेट के अक्सर कुछ भी बोल देते हैं, उन लोगों का झूठ और छल-कपट से संबंध होने की संभावना बहुत ही कम होती है।
एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि भावी मां के रक्तचाप से बच्चे के लिंग का पता चल सकता है। इसके मुताबिक गर्भाधान से पहले जिन महिलाओं का रक्तचाप कम होता है उनके द्वारा बेटी को जन्म देने की संभावना ज्यादा होती है।