संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई का चयन संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में किया है। यह विश्व के किसी नागरिक को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को यूनिसेफ के नए वैश्विक सद्भावना दूत के रूप में नियुक्त किया गया है। अभिनेत्री ने दुनिया विश्व से उत्पीड़ित बच्चों की सामूहिक आवाज बनने और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।
‘धर्म न केवल मनुष्य बल्कि प्राणिमात्र की एकता और सौहार्द्र की सीख देते हैं। अहिंसा और प्रेम हर धर्म के मूल में हैं। समाज का कोई भी धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता।’ सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के तत्वावधान में हुए “सामाजिक, धार्मिक परिदृश्यः परिवर्तन और जिम्मेदारियां” विषयक सेमिनार में आए विचारों का लब्बोलुआब करीब-करीब यही था।
नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निक्की हेली को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद के लिए चुना है। अमेरिकी प्रशासन में कैबिनेट स्तर के पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली भारतीय-अमेरिकी होंगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दूत ने अमेरिका को घटती वैश्विक शक्ति करार दिया और चेतावनी दी कि यदि कश्मीर एवं भारत के संबंध में उसके विचारों को तवज्जो नहीं दी जाती है तो वह चीन और रूस का रुख करेगा।
इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की कैद में बलात्कार और प्रताड़नाएं झेलने के बाद बच निकलने में सफल रही एक युवती को संयुक्त राष्ट्र ने सद्भावना दूत नामित किया है। इराकी युवती नादिया मुराद को मानव तस्करी के जाल से बचे लोगों के सम्मान में सद्भावना दूत बनाया गया।
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबावले के साथ हुई बदसलूकी पर भारत ने विरोध जताया है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को समन किया और बंबावले मामले में अपना विरोध दर्ज कराया। बंबावले मंगलवार को कराची में एक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे, लेकिन महज आधा घंटा पहले उनका कार्यक्रम बिना कारण बताए रद्द कर दिया गया। कश्मीर पर उनकी तीखी आलोचना के बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया था।
आगरा में एक कार्यक्रम में शिक्षकों की ढेरों शिकायतों एवं मांगों से दो चार होने पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उनसे कहा कि वह भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के दूत नहीं हैं।