श्रीलंका के आल राउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम के पास शानदार फार्म में चल रही मुंबई इंडियंस को हराने की क्षमता है।
ओडिशा के भद्रक में भगवान श्रीराम पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई है। प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। जिला प्रशासन ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एहतियातन स्कूल-कॉलेजों को बुधवार तक के लिए बंद कर दिया है।
कुछ शीर्ष खिलाडि़यों के चोटिल होने की समस्या से जूझ रही रायल चैलेंजर्स बेंगलौर और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीमें आईपीएल दस में कल बेंगलुरू में जब आमने-सामने होंगी तो वे अपने मजबूत पक्षों के दम पर एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश करेंगी।
गुजरात के पाटन जिले में वडवाली गांव में एक साम्प्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवा में कई गोलियां चलाई जिसने मकानों और वाहनों में आग लगा दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अध्यात्म भारत की ताकत है और दुर्भाग्य से कुछ लोग इसे धर्म से जोड़ देते हैं। भारत योगदा सत्संग समाज (वाईएसएस) के शताब्दी वर्ष समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आध्यात्म की यात्रा की दिशा में योग पहला कदम है।
दिल्ली में चल रहे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय ‘भारत रंग महोत्सव-2017’ के गुरु कक्षा (मास्टर क्लास) में प्रसिद्ध रंगमंच और फिल्म अभिनेता मोहन अगाशे ने रानावि छात्रों और रंग प्रेमियों के बीच कहा, सच यह है कि प्रदर्शन यानी दृश्य माध्यमों की ताकत शब्दों से कहींअधिकहै।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव दो समानांतर बिंदुओं पर चल रहा है। एक ओर पंरपरागत विकास का नारा है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत निर्माण, नागरिक सेवाओं की बात हो रही है। वहीं दूसरी ओर, मतदाता केवल वोटों के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चर्चा कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों की 140 सीटों पर सबसे बड़ा मुददा सांप्रदायिकता ही है।
धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश में ऐसी कोशिशों के कामयाब होने की संभावना नहीं है क्योंकि मिशनरियों में ताकत नहीं है।
भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत की तर्ज पर संघ मुक्त भारत का नारा देने वाले नीतीश कुमार के राज में बिहार में संघ की शाखाओं की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में भाजपा के पूर्व सहयोगी नीतीश कुमार की अपने नारे के प्रति गंभीरता पर सवाल उठने लाजिमी हैं।