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Search Result : "सांप्रदायिक दंगे"

सीबीआई छापों को तीस्‍ता ने बताया राजनीतिक साजिश

सीबीआई छापों को तीस्‍ता ने बताया राजनीतिक साजिश

गैर-कानूनी तरीके से विदेशी चंदा जुटाने के मामले में सीबीआई ने आज मुंबई में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्‍ता सीतलवाड़ के आवास और दफ्तर पर छापे मारे। तीस्‍ता ने कार्रवाई की आलोचना करते हुए इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया है।
महोबा में एम्स, 21 हिंदुओं ने रखा रोजा

महोबा में एम्स, 21 हिंदुओं ने रखा रोजा

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश करते हुए हिंदू धर्मगुरुओं तथा मतावलंबियों ने मुसलमानों के साथ मिलकर रोजा रखना शुरू कर दिया है। विकास की दौड़ में पिछड़े इस जिले में एम्स स्थापना की मुहिम के तहत शुरू की गई इस मुकद्दस कोशिश की हर तरफ चर्चा हो रही है।
तीस्ता सीतलवाड़ के दो एनजीओ को नोटिस

तीस्ता सीतलवाड़ के दो एनजीओ को नोटिस

गुजरात के दंगों से जुड़े मामलों को जोर-शोर से उठाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और उनके पति जावेद आनंद को घेरने का एक और प्रयास किया गया है। इस बार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनके द्वारा संचालित दो एनजीओ को विदेशी चंदा नियमन कानून (एफसीआरए) के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
अटाली में हिंसा से पलायन को मजबूर अल्‍पसंख्‍यक

अटाली में हिंसा से पलायन को मजबूर अल्‍पसंख्‍यक

देश के अल्पसंख्यकों को वे स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं। इसके लिए तरीके अलग-अलग अपनाए जा रहे हैं। निशाने पर उनका धर्म है और हमले लगातार उनकी लगातार धार्मिक संस्थाओं पर हो रहे हैं। खान-पान, रहन सहन, पहनावे पर बहुसंख्यकवाद का आतंकी डंडा बज रहा है। दोषियों के खिलाफ सख्त निर्णायक कार्रवाई की कोई नजीर नहीं दिखाई दे रही। लिहाजा हमलावरों के मंसूबे परवान चढ़े हुए हैं। देश की राजधानी दिल्ली से महज 30-40 किलोमीटर दूर हरियाणा के बल्लभगढ़ में हुई सांप्रदायिक हिंसा की वारदात में जिस तरह से एकतरफा मुसलमानों को निशाने पर लिया गया, उनके घरों में आग लगाई गई, पुलिस की तैनाती के बीच कुल्हाड़ी से 60 वर्षीय हसन मोहम्मद पर हमला किया गया, उससे साफ है कि नफरत का यह चक्र लंबा चलेगा। अल्पसंख्यकों को सबक सिखाने की मानसिकता जोरों पर है।
हिंसक प्रदर्शन के बाद शामली जिले में अब हालात सामान्‍य

हिंसक प्रदर्शन के बाद शामली जिले में अब हालात सामान्‍य

पहले रेल में दिल्‍ल्‍ाी से कांधला लौटते तबलीग जमात के लोगों से मारपीट कर माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। जिसके विरोध में शनिवार को हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। हिंसक भीड़ ने जमकर उपद्रव मचाया। बीकानेर एक्‍सप्रेस पर पथराव किया और आगजनी की कोशिश की गई। इस दौरान कई आला अधिकारी और 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए समाजवादी पार्टी के स्‍थानीय विधायक नाहिद हसन सहित दो हजार से ज्‍यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
धार्मिक असहिष्‍णुताः अमेरिकी रिपोर्ट पर भड़की मोदी सरकार

धार्मिक असहिष्‍णुताः अमेरिकी रिपोर्ट पर भड़की मोदी सरकार

अमेरिकी कांग्रेस की ओर से गठित एक आयोग ने कहा है कि साल 2014 में भारत में मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद धार्मिक अल्पसंख्यकों को हिंसक हमलों, जबरन धर्मांतरण और घर वापसी जैसे अभियानों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, भारत सरकार ने इस पर कड़ा एेतराज जताते हुए इसे खारिज कर दिया है। लेकिन मोदी राज में विश्‍व मंच पर भारत की छवि चमकने के दावों को तगड़ा झटका लगा है।
त्रिलोकपुरी में फिर हिंसा से पनपी चिंता

त्रिलोकपुरी में फिर हिंसा से पनपी चिंता

एक बार फिर पूर्वी दिल्ली के संवेदनशील इलाके त्रिलोकपुरी में शनिवार को एक बार फिर तनाव पसर गया। एक छोटी सी बात हुए विवाद ने जिस तेजी से उग्र रूप ले लिया, उससे यह लगा कि तनाव के बीज इलाके में मौजूद है। दो संप्रदायों के बीच मारपीट और जमकर पथराव हुआ जिससे पूरे इलाके में तनाव बना हुआ है, हालांकि कोई बड़ी वारदात नहीं हुई।
तीस्ता के साथ फोर्ड को लपेटने का वार

तीस्ता के साथ फोर्ड को लपेटने का वार

गुजरात सरकार के लिए परेशानी खड़ी करने का साहस रखने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के लिए मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। उनकी संस्था को आर्थिक सहयोग करने वाली अमेरिका की संस्था फोर्ड के खिलाफ केंद्र सरकार ने मोर्चा खोल दिया है।
नानावटी आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में नहीं रखी गई

नानावटी आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में नहीं रखी गई

गुजरात विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को समाप्त हो गया लेकिन 2002 के दंगों के जांच आयोग की रिपोर्ट चार महीने पहले जमा किए जाने के बाद भी सदन में नहीं रखी गई।
हाशिमपुराः क्यों पीएमओ ने की अनदेखी

हाशिमपुराः क्यों पीएमओ ने की अनदेखी

तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पास सीआइडी की जांच को इरादतन नजरंदाज किया गया। पीएमओ को भेजे गए गोपनीय नोट में कहा गया कि सेना बयान दर्ज कराने को तैयार नहीं है। फिर भी इस पर क्यों नहीं पीएमओ ने कार्यवाई की?
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