Advertisement

Search Result : "सांप्रदायिक रंग"

दादरी में धारा 144 लागू, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एलर्ट जारी

दादरी में धारा 144 लागू, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एलर्ट जारी

दादरी के बिसाहड़ा गांव में गोहत्या की अफवाह के बाद एक व्यक्ति की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों के नुमाइंदों के दादरी पहुंचने से जहां कानून-व्यवस्था पर असर पड़ रहा है वहीं इसको लेकर सियासत गरम हो गई है। मामले की गंभीरता और लोगों को उग्र होते देख प्रशासन ने धारा 144 लगा दिया है। बताया जा रहा है कि एसडीएम ने पीड़ित को धमकाया भी है।
यूनान और ब्रिटेन पर चढ़ा वामपंथ का रंग

यूनान और ब्रिटेन पर चढ़ा वामपंथ का रंग

पिछले दो सप्‍ताह के दौरान यूरोप के दो बड़े देशों पर वामपंथ का रंग चढ़ता नजर आया। ब्रिटेन में हाथिये पर समझी जाने वाली वामपंथी और समाजवादी विचारधारा ने जबरदस्‍त तरीके से वापसी के संकेत दिए तो यूनान में वामपंथ का जादू एक बार फिर चला।
कैंप में रहने को मजबूर हुए अटाली के मुसलमान

कैंप में रहने को मजबूर हुए अटाली के मुसलमान

फरीदाबाद के गांव अटाली में फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा हालात यह हैं कि अब 150 परिवारों के 12,00 लोग कैंप में रहने के लिए मजबूर हैं। गौरतलब है कि इसी वर्ष 25 मई को अताली में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। इस वजह से एक गुट ने मुस्लिम समुदाय पर हमला बोला, उनके घर जला दिए और मुसलमान समुदाय गांव छोड़ने पर विवश हो गए।
नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

मीरांबाई की संघर्ष-यात्रा को केंद्र में रखकर लिखा गया उपन्यास ‘रंग राची’ आखिरकार पाठकों तक पहुंच ही गया। दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में नामवर सिंह ने अध्यक्षीय आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा, ‘हिंदी में बहुत कवयित्रियां हुई लेकिन जो स्थान मीरां ने बनाया वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरां स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’ इस उपन्यास को सुधाकर अदीब ने लिखा है और यह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।
भगवा रंग में रंगे जदयू के बागी विधायक

भगवा रंग में रंगे जदयू के बागी विधायक

जनता दल यूनाइटेड के बागी विधायक अब भारतीय जनता पार्टी का गुणगान कर रहे हैं। तकनीकी कारणों से भाजपा में शामिल न हो पाने के कारण ये विधायक जदयू के साथ बने हुए हैं लेकिन भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुज्जफरपुर की रैली को सफल बनाने के लिए जदयू के बागी विधायकों ने पूरा जोर लगाया और यहां तक की रैली में भी शामिल हुए।
Advertisement
Advertisement
Advertisement