अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ता ने मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद किया।
उड़ीसा के भुवनेश्वर में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के काफिले पर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओँ ने अंडे फेंके तथा काले झंडे दिखाए। प्रदर्शनकारी मंदसौर गोलीकांड में छह किसानों की मौत से नाराज होकर कृषि मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने उतरे थे। पुलिस ने यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया।
सीपीएम दफ्तर में हिन्दू सेना के दो लोगों ने पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी पर हमला कर दिया। हमले के के बाद दोनों युवकों की सीपीएम कार्यकर्ताओं ने जमकर पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया। इन लोगों का कहना है सीपीएम नेता प्रकास करात ने भारतीय सेना पर जो आर्टिकल लिखा है उसके विरोध में उन्होंने यह हमला किया है।
आरएसएस के एक बड़े नेता ने गोरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा गया कि गोरक्षा को लेकर राजनीति करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप है।
केरल में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा पशुवध करने के मामले को राहुल गांधी ने गंभीरता से लिया है। राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा की। इसके बाद कांग्रेस ने सरेआम पशुवध करने वाले अपने चार कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर निकाल दिया है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बसपा की अध्यक्ष मायावती आज सहारनपुर के दौरे पर हैं। वे शब्बीरपुर में हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रही हैं। बताया जा रहा है कि काफी लंबे समय के बाद मायावती इस तरह सड़क मार्ग से दौरा करते हुए जनता से मिल-जुल रही हैं।
हाल ही में नगर निगम चुनावों में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव परिणाम ने बहानेबाजी करने की राजनीति को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि एमसीडी की जीत ने दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने की नींव रखने का काम किया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पत्रकारिता का देश के सामाजिक सुधार के साथ लोगों में जागरुकता लाने में अहम योगदान है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश की आजादी से लेकर वर्तमान में पत्रकारिता ने कई आयामों की स्थापना की है।
राजनीतिक कार्यकर्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि पितृसत्तात्मकता एक मानसिकता है और नारीवाद इसी मानसिकता के खिलाफ लड़ाई है और यह किसी विशेष लिंग तक सीमित नहीं है। शाजिया ने बी बोल्ड फाॅर ए चेंज शीर्षक पर पैनल की चर्चा में यह बात कही। यह विषय इस साल के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का भी थीम है।