विदिशा में किसान राजू सिंह रघुवंशी ने मरने से पहले सुसाइड नोट में सरकार के अपाहिज सिस्टम को जिम्मेदार बताते हुए लिखा कि सरकारी सिस्टम ने उसे मरने को मजबूर कर दिया।
(वेल्लारादा) केरल के वेल्लारादा के पहाड़ी क्षेत्र में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां बंदरों से परेशान होकर 52 वर्षीय एक विधवा महिला ने अपने घर में एसिड पीकर अपनी जान दे दी।
देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए इस साल चुने गए सात लोगों में शामिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपना पुरस्कार किसानों को समर्पित करते हुए कहा कि उनके 50 साल से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर के दौरान कृषि क्षेत्र में किए गए कामों को देश ने मान्यता दी है।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मंगलवार को कहा कि देश में कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक है। उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय के मामले में हम कहां खड़े हैं ? सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी यह एक सवाल है जो गणराज्य के लोग राज्य से पूछ सकते हैं।
पर्यटन आज लोगों के लिए महत्वपूर्ण विषय बन गया है। इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं। 23 साल के युवा रितेश अग्रवाल ने युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं तलाश कर दी है।
भारत और विश्व के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया ने सोमवार को रक्षा और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में अपने रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने का फैसला किया वहीं आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लेते हुए इसके प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का आहवान किया।
‘धर्म न केवल मनुष्य बल्कि प्राणिमात्र की एकता और सौहार्द्र की सीख देते हैं। अहिंसा और प्रेम हर धर्म के मूल में हैं। समाज का कोई भी धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता।’ सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के तत्वावधान में हुए “सामाजिक, धार्मिक परिदृश्यः परिवर्तन और जिम्मेदारियां” विषयक सेमिनार में आए विचारों का लब्बोलुआब करीब-करीब यही था।
नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’