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Search Result : "सीताराम येचुरी का संबोधन"

अमेरिकी संसद में मोदी का संबोधन, भारत और अमेरिका की दोस्‍ती 21वीं सदी बदलेगी

अमेरिकी संसद में मोदी का संबोधन, भारत और अमेरिका की दोस्‍ती 21वीं सदी बदलेगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि परमाणु समझौते से भारत अाैैर अमेरिका के बीच संबंधों में काफी प्रगाढ़ता आई है। दोनों के बीच नए रिश्‍ते की शुरुआत हुई। दोनों देशों की संस्कृतियां अलग हैंं लेकिन लोकतांत्रिक परंपराओं में विश्‍वास की भावना से दोनों देश काफी नजदीक हो जाते हैं। अमेरिका का लोकतंत्र सभी को आजादी देता है। ऐसा ही भारत का लोकतंत्र भी है। वाशिंगटन दौरे के दूसरे दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैपिटल हिल में अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे।
मोदी पहुंचे स्विटजरलैंड, मिला एनएसजी पर समर्थन का वादा

मोदी पहुंचे स्विटजरलैंड, मिला एनएसजी पर समर्थन का वादा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के तीसरे पड़ाव पर स्विटजरलैंड पहुंचे। उन्होंने सोमवार को वहां के राष्ट्रपति जोहान श्नाइडर से मुलाकात की जिसमें स्विस राष्ट्रपति ने एनएसजी की सदस्यता के लिए भारत के प्रयास का समर्थन करने का वायदा किया है।
केरल हिंसा: राष्ट्रपति से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, येचुरी का पलटवार

केरल हिंसा: राष्ट्रपति से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, येचुरी का पलटवार

केरल में वाम मोर्चा की जीत के बाद माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प की गूंज आज राष्ट्रीय राजधानी में भी सुनाई पड़ी। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग की। इससे पहले दिन में माकपा कार्यालय के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसके बाद करीब 600 लोगों को हिरासत में लिया गया।
येचुरी बोले, लोकतांत्रिक ढांचे को गिराने पर आमादा मोदी सरकार

येचुरी बोले, लोकतांत्रिक ढांचे को गिराने पर आमादा मोदी सरकार

माकपा नेता सीताराम येचुरी का मानना है कि मोदी सरकार देश के लोकतांत्रिक ढांचे को गिराने पर आमादा है। उनकी राय है कि भाजपा के हिंदू राष्‍ट्रवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को उलझाया है। इसकी आर्थिक नीतियों ने देश को कम और पूंजीवादी पाश्‍चात्‍य देशों को ज्‍यादा फायदा पहुंचाया है। पार्टी ने संसदीय लोकतंत्र पर हमला करते हुए देश की संवैधानिक संस्‍थानों का मखौल उड़ाया है।
येचुरी ने मोदी को दी नसीहत, केरल पर तो संभलकर बोलिए

येचुरी ने मोदी को दी नसीहत, केरल पर तो संभलकर बोलिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की एक चुनावी सभा में कहा है कि पिछले साठ सालों के दौरान यहां जिन्‍होंने राज किया है, उन्‍होंने केरल को बरबाद करने के सिवाय कुछ नहीं किया।
बंगाल के सहयोगी कांग्रेस पर केरल में येचुरी का हमला

बंगाल के सहयोगी कांग्रेस पर केरल में येचुरी का हमला

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि 16 मई के विधानसभा चुनाव में केरल में उनकी पार्टी की अगुवाई वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) को हराने के लिए कांग्रेस और आरएसएस के बीच मैच फिक्सिंग हो गई है।
अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे मोदी

अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका की उनकी यात्रा के दौरान आठ जून को अमेरिकी कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने का न्योता दिया गया है। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर पॉल रियान ने आज यह जानकारी दी। रियान ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, अमेरिका और भारत की दोस्ती दुनिया के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र में स्थिरता का स्तंभ है।
बढ़ी माल्या की मुश्किल, राज्यसभा से निष्कासन के पक्ष में संसदीय समिति

बढ़ी माल्या की मुश्किल, राज्यसभा से निष्कासन के पक्ष में संसदीय समिति

निर्दलीय सांसद एवं शराब कारोबारी विजय माल्या को राज्यसभा से निष्कासित किया जाना लगभग तय हो गया है। उन पर 9400 करोड़ रूपये ऋण बकाये मामले पर गौर कर रही एक संसदीय समिति ने इस प्रकार की कार्रवाई के लिए आज एकमत से समर्थन किया।
येचुरी को मोदी सरकार में दिखी हिटलर शासन की छवि

येचुरी को मोदी सरकार में दिखी हिटलर शासन की छवि

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने आज कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार की अगर इतिहास से तुलना की जाए तो यह हिटलर के फासीवादी मॉडल से मिलती-जुलती होगी। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर अपने हिंदू राष्ट्र का एजेंडा चलाने के लिए राष्ट्रवाद पर बहस खड़ी करने का आरोप लगाया।
जेएनयू और रोहित के मुद्दे पर माकपा ने की संसदीय समिति की मांग

जेएनयू और रोहित के मुद्दे पर माकपा ने की संसदीय समिति की मांग

माकपा की अगुवाई में आज विपक्ष ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू से जुड़ी घटना को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला और घटनाओं की जांच के लिए एक संसदीय समिति गठित करने की मांग की। वहीं सत्ता पक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय को देशविरोधी गतिविधियों का केंद्र नहीं बनने देना चाहिए।
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