चुनाव आयोग के ईवीएम चैलेंज में सीपीएम और एनसीपी की टीम हिस्सा लेने पहुंचीं, लेकिन उन्होंने हैकिंग की कोशिश करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ प्रॉसेजर समझने आए थे। चीफ इलेक्शन कमिश्नर नसीम जैदी ने भी पुष्टि की है कि दोनों पार्टियों की टीम ने चैलेंज लेने से मना कर दिया।
केरल में सियासी हिंसा एक फिर गरमाती हुई नज़र आ रही है। इस बीच कोझिकोड के नदपुरम इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) दफ्तर के पास देसी बम से हमला हुआ,जिसमें भाजपा के चार कार्यकतर्ता घायल हो गए।
केरल के कन्नूर जिले में सोमवार को सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। इस वारदात के पीछे कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया जा रहा है।
केरल के अपने धुर विरोधी सीपीएम के साथ बंगाल में गठजोड़ करने के बावजूद लगता है कि कांग्रेस के बुरे दिन बीतने वाले नहीं हैं। अगर चुनाव पश्चात के सर्वेक्षण सही निकले तो कांग्रेस के हाथ से दो राज्यों की सत्ता बाहर निकलनी तय है। ऐसा हुआ तो कांग्रेस कर्नाटक, हिमाचल और उत्तराखंड के अलावा सिर्फ उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों में ही सीधी सत्ता में रहेगी।
युवाओं के एक समूह ने राजधानी दिल्ली में स्थित माकपा के मुख्यालय में हमला करने की कोशिश की। पुलिस ने हमला करने वालों में से एक को हिरासत में ले लिया है। माकपा सूत्रों ने कहा कि युवकों ने पत्थर फेंके और माकपा देश छोड़ो जैसे नारे लगाए।
जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी के आरोप में छात्र संघ अध्यक्ष को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में आयोजित एक विरोध सभा में विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा सचिव डी राजा के अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जेएनयू परिसर पहुंचे। विरोध में हिस्सा लेकर नेताओं ने छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग की। इस बीच, सरकार ने जोर देकर कहा कि इस प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी को देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जा सकता।
डीडीसीए विवाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक अहम बयान आया है। जेटली के लिए मजबूत समर्थन दिखाते हुए भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से हवाला केस में लालकृष्ण आडवाणी पाक साफ होकर निकले थे उसी तरह से इस मामले में जेटली बेदाग बरी होंगे। पीएम के इस बयान के बाद जेटली पर विपक्ष के हमले और तेज हो गए है। कांग्रेस समेत वाम दलों की ओर से भी कहा जा रहा है कि पीएम मोदी, जेटली को भी आडवाणी की तरह ही इस्तीफा देने का संकेत दे रहे हैं।
येचुरी ने भाजपा पर दोहरे मानदंड का आरोप लगाते हुए विपक्ष में रहने के दौरान भाजपा के कई उदाहरण गिनाए जब उसने ए राजा, दयानिधि मारन, शशि थरूर, पी के बंसल, अश्वनि कुमार और के नटवर सिंह जैसे संप्रग सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद नहीं चलने दिया था।
सीताराम येचुरी भारतीय वामपंथी आंदोलन के एक जाने-माने चेहरा हैं। हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, बांग्ला भाषा में मजबूत पकड़ रखने के साथ एक-दो और भाषाओं के ज्ञाता है 62 वर्षीय येचुरी। मिलनसार स्वभाव वाले इस मृदुभाषी वाम नेता के कंधों पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की गहरे संकट में फंसी नाव को निकालने की जिम्मेदारी है।