राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो गया। आज 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद ने शपथ ली। अब 10, राजाजी मार्ग आज से प्रणब मुखर्जी का नया पता होगा। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान संवैधानिक मर्यादा और मूल्यों का बखूबी पालन करने वाले प्रणब दा के कार्यकाल की ये बातें खासतौर पर याद रहेंगी।
देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल आज खत्म हो रहा है। प्रणब मुखर्जी आज शाम राष्ट्रपति के तौर पर देशवासियों को आखिरी बार संबोधित करेंगे। वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी और देश के अगले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगे।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को रविवार को संसद के सेंट्रल हाल में विदाई दी गई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की एकता संविधान का आधार है और संविधान की रक्षा करने की उन्होंने पूरी कोशिश की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन मौजूद रहे।
धूम्रपान छोड़ने के बाद भी प्रणव मुखर्जी का पाइप के प्रति लगाव कम नहीं हुआ था। उन्होंने कभी सिगरेट नहीं पी, सिर्फ पाइप ही पी। अब उनके द्वारा संग्रहित पांच सौ से ज्यादा पाइप राष्ट्रपति भवन में एक याद के तौर पर रह जाएंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए समर्थित मीरा कुमार को हराकर रामनाथ कोविंद भारत के नए राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। लेकिन आपको बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के वोटों के रिकॉर्ड को तोड़ पाने में कोविंद कामयाब नहीं हो सके।
रविवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के जीवन पर आधारित 'प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी-अ स्टेट्समैन' नामक किताब का विमोचन हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया।
बायकुला जेल में बंद इंद्राणी सहित 200 कैदियों के खिलाफ रविवार को आईपीसी के तहत दंगा फैलाने, गैर-कानूनी तरीके से एकत्रित होने, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।