मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ मेले में तेज आंधी-बारिश आने और बिजली गिरने से 6 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। हादसे में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शुरु हुए केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी योजना 'ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान को लेकर विपक्ष भले ही आलोचना कर रहा हो लेकिन सरकार इस अभियान से उत्साहित है। भाजपा इस अभियान को ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गई है। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां तो इस अभियान को बड़े ही वृहद स्तर पर चलाया जा रहा है और जहां पार्टी की सरकार नहीं है वहां कार्यकर्ता ही इस अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। तीन चरणों में चले इस अभियान का लक्ष्य गांवों में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करके, सामाजिक सद्भाव बढ़ाने, ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने, किसानों की प्रगति और गरीब लोगों की जीविका के लिए राष्ट्रव्यापी प्रयास है।
मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक नगरी उज्जैन में प्रति 12 वर्ष में लगने वाला और एक माह तक चलने वाला, दुनिया में हिंदुओं का सबसे बड़ा मेला सिंहस्थ कुंभ जूना अखाड़ा के साधु-संतों के आज सुबह पवित्र क्षिप्रा नदी में शाही स्नान करने के साथ शुरू हो गया।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक एक भारतीय-अमेरिकी सात गुड़ियों की एक श्रृंखला पेश करने जा रही हैं। ये गुड़ियाएं आम लड़कियों की जातीय विविधता का प्रतिनिधित्व करेंगी। ये गुड़ियाएं सिर्फ सौंदर्य या खूबसूरती के अलावा पढ़ाई और दिमागी काम पर जोर देंगी।
सरकारी आंकड़ों का दावा है कि गेहूं और लहसुन उत्पादन में प्रदेश अव्वल रहा है और प्रधानमंत्री तक ने किसानों की सुध लेने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की राह अपनाई है
भोपाल में राज्य विधानसभा भवन के पास ही दुर्घटना के शिकार हुए युवक के प्रति पुलिस की असंवेदनशीलता और डॉक्टरी लापरवाही के चलते मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मध्यप्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बरेली में एक किसान रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि छोटे-छोटे कदम उठाकर कृषि क्षेत्र के सामने खड़ी चुनौतियों को अवसरों में बदला जा सकता है। रैली में उन्होंने राज्य सरकारों को किसानों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने का भी आह्वान किया।