एक ओर जहां पीएम मोदी देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं, वहीं इस अभियान को लेकर एक भाजपा सांसद का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जा रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा देश के 434 शहरों एवं नगरों में कराये गए स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद स्वच्छ भारत रैंकिंग में इंदौर ने बाजी मार ली है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू आज एक कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की।
केंद्र सरकार ने 2017 में किए गए सर्वे के बाद स्वच्छ शहरों की सूची पेश की है उसमें कुछ शहरों को निचले पायदान पर रखा गया है। वहीं कुछ शहरों को एक-दो सालों के अंतराल में ही शीर्ष स्थान में शामिल किया गया है। सरकार के मापदंडों के आधार पर शहरों का क्रम विकास के पैमाने को अवश्य परिभाषित कर रहा है लेकिन कुछ खास शहरों का पीछे रह जाना कुछ सवाल भी पैदा कर रहा है।
विश्व जल दिवस से एक दिन पूर्व जारी एक नई वैश्विक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छह करोड़ 30 लाख लोगों को स्वच्छ पानी नहीं मिल पाता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में यह संख्या सबसे ज्यादा है।
ईमानदारी सबसे अच्छी नीति होती है और इसे चरितार्थ करते हैं हैं जापान की राजधानी टोक्यो के लोग। इसी कारण इस शहर को दुनिया का सबसे ईमानदार शहर माना जाता है। हर साल टोक्यो पुलिस के खोया-पाया विभाग के पास लोगों की खोई चीजें पहुंचती हैं। जब भी लोगों को कोई सामान कहीं लावारिस पड़ा मिलता है, तो लोग उसे पुलिस के पास पहुंचा देते हैं।
केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने नई दिल्ली में अपने मंत्रालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिला कर स्वच्छता पखवाडे का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार स्वच्छता के प्रति गंभीर है और अब हर व्यक्ति इस बारे में जागरूक होने लगा है।
पटना में गंगा को स्वच्छ रखने के प्रयास के तहत शहर में सक्षम सीवेज ट्रीटमेंट ढांचा तैयार करने के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 1050 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी का बड़ा फैसला लिया गया है। यह राशि दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने, मौजूदा एसटीपी के नवीनीकरण, दो पंपिंग स्टेशनों के निर्माण और लगभग 400 किलोमीटर तक का नया भूमिगत सीवेज नेटवर्क बिछाने पर खर्च की जाएगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के क्षेत्र नागपुर में खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने भाजपा पर जबरदस्त निशाना साधा और कहा कि शहर को निश्चित रूप से भाजपा की पकड़ से बचाना होगा। लिहाजा पार्टी ने हैरानी जतायी कि शहर दुनिया की आपराधिक राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
ईमानदारी और स्वच्छ राजनीति का दंभ भरने वाली आम आदमी पार्टी ने चंदे की धांधली की है। आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि 'आप' ने अपने चंदे के बारे में आम लोगों से झूठ बोला और चुनाव आयोग को भी अंधेरे में रखा।