भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता कांस्य पदक रजत में बदल गया जब दूसरे स्थान पर रहे रूस के दिवंगत बेसिक कुडुखोक को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पदक गंवाना पड़ा।
भाजपा सांसद एवं दलित नेता उदित राज ने एथलीट उसेन बोल्ट के प्रशिक्षक का हवाला देते हुए अपने एक ट्वीट में यह कहकर आज लोगों को चौंका दिया कि गरीबी में जन्म लेने के बावजूद जमैका के एथलीट उसेन बोल्ट ओलंपिक में नौ स्वर्ण पदक जीत पाए क्योंकि उनके प्रशिक्षक ने उन्हें दिन में दो बार बीफ खाने की सलाह दी थी।
रियो ओलंपिक में 3000 मीटर स्टीपलचेस में 10वें स्थान पर रही लंबी दूरी की धाविका ललिता बाबर ने सोमवार को कहा कि भारत में ट्रैक और फील्ड में प्रतिस्पर्धा का अभाव है जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन ग्राफ बेहतर नहीं हो पाता।
ब्राजील के रियो में 31 वें आेलंपिक खेलों का रंगारंग समापन हुआ। समारोह ऐतिहासिक मारकाना स्टेडियम में हुआ। भारत एक कांस्य और एक रजत पदक के साथ 67वें स्थान पर रहा, जबकि सबसे अधिक 121 पदक के साथ अमेरिका शीर्ष पर रहा।
रियो ओलंपिक में भारत को अभी तक कांस्य और रजत की कामयाबी हासिल हुई है। पहलवान योगेश्वर दत्त रविवार शाम को क्या देश को सुनहरी कामयाबी दिला पाएंगे। इस पर समूचे देश की निगाहें टिकी हुई हैं।
रियो में भारत की आखिरी उम्मीद पहलवान योगेश्वर दत्त से थी, जिनका मुकाबला 65 किग्रा भारवर्ग के क्वालिफाइंग राउंड में मंगोलिया के पहलवान मंदाखनारन गैंजोरिग से हुआ और गैंजोरिंग ने उन्हें 0-3 से हरा दिया। इस तरह रियो में भारत की आखिरी उम्मीद टूट गई। देश को ओलंपिक में दो पदक महिला शक्ति की वजह से मिले।
उसेन बोल्ट ने चार गुणा 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीतकर रियो ओलंपिक खेलों में भी अजेय रहकर विदाई ली और इसके साथ खेल महाकुंभ में अपने ओवरआल स्वर्ण पदकों की संख्या नौ पर पहुंचा दी। इससे पहले 100 और 200 मीटर के स्वर्ण पदक जीतने वाले बोल्ट ने जमैका की तरफ से सबसे आखिर में दौड़ लगायी और फिर टीम को सोने का तमगा दिलाया।
पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्पेन की विश्व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्वस्त कर पाईं। फाइनल में उन्हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्मान दिलाया।
ओलंपिक में स्वर्ण, रजत, कांस्य मेडल लाने के लिए खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक ही नहीं हर भारतीय बेताबी से उम्मीद लगाता है। रजत-कांस्य मिलने वाले खिलाड़ियों को सिर-आंखों पर बिठाए सब गौरवान्वित एवं हर्षित हैं। ऐसा भी नहीं है कि ओलंपिक, एशियाड या कॉमनवेल्थ गेम्स में पूरी तैयारी और ऊर्जा से मैदान में अपनी योग्यता प्रदर्शित करने वालों का योगदान कम है।