देश में 600 से ज्यादा लोगों की जान ले चुके स्वाइन फ्लू के फैलने के लिए अनुकूल मौसम के अलावा घनी आबादी भी उतनी ही जिम्मेदार है। हालांकि डॉक्टरों का कहना चंद सावधानियां ही इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए काफी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ. के.के. अग्रवाल कहते हैं कि वह मरीजों को यही सलाह देते हैं कि फ्लू के लक्षण उभरते ही तीन दिनों तक खुद को भीड़भाड़ से दूर रखें, मास्क का इस्तेमाल करें और लोगों से हाथ मिलाने से परहेज करें।
देश में स्वाइन फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। करीब 10 राज्यों में अबतक 650 के आस-पास लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं और बीमारी से प्रभावितों की संख्या 10 हजार से ऊपर जाने की आशंका है।
देश में स्वाइन फ्लू की दहशत बढ़ती जा रही है। राजस्थान में 165 तो गुजरात मे 144 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे देश में मृतकों का आंकड़ा 485 को पार कर चुका है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस वर्ष ठंड के इस सीजन में पूरे देश में अबतक 5200 से अधिक लोग इस वायरस के शिकार हो चुके हैं जबकि बीमारी से मृतकों की संख्या 410 के आस-पास पहुंच चुकी है। अकेले राजस्थान में 105 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। गुजरात में मृतकों का आंकड़ा 108 को छू चुका है।