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स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये निवेश करेगी मेड हार्बर

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये निवेश करेगी मेड हार्बर

अस्पतालों की परंपरागत अवधारणा से हटकर नए तरीके से चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने वाली स्वास्‍थ्य क्षेत्र की कंपनी मेड हार्बर ने भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। यह पूरा निवेश बुनियादी संरचनाओं के विकास, अनुसंधान एवं विकास, एचआर प्रशिक्षण, विपणन एवं प्रचारात्मक गतिविधियों में किया जाएगा।
सिंहस्थ घोटाले में फंसी भाजपा सरकार

सिंहस्थ घोटाले में फंसी भाजपा सरकार

लगता है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस वर्ष का सिंहस्‍थ कुंभ बहुत भारी पड़ने वाला है। कांग्रेस ने इस सिंहस्‍थ में बड़े पैमाने पर घोटाले के आरोप लगाए हैं। पार्टी ने खर्चों को लेकर सारे आंकड़े मीडिया के सामने रखे हैं और इन खर्चों पर एक सरसरी नजर डालने से ही गड़बड़ियों की बू आने लगती है।
बच्चों में मोटापे से और बिगड़ती है सेहत

बच्चों में मोटापे से और बिगड़ती है सेहत

मोटापे का बच्चों की सेहत के साथ ही साथ उनके मनोविज्ञान पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि बचपन का बुढ़ापा एक ऐसी स्थिति हैं जिसमें बच्चों का वजन उनकी उम्र और कद की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ जाता है। भारत में हर साल बच्चों में मोटापे के 10 मिलियन मामले दर्ज होते हैं। इस स्थिति को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है लेकिन इलाज काफी हद तक मदद कर सकता है।
चर्चाः स्मार्ट सिटी जरूरी या सिटीजन?

चर्चाः स्मार्ट सिटी जरूरी या सिटीजन?

मेहरबान केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने 13 और शहरों के नामों की घोषणा कर दी, जिन्हें स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित किया जाएगा। इनमें अगले चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शामिल है।
टाइप 2 डायबिटीज का सर्जरी से इलाज संभव- डा. पीटर्स

टाइप 2 डायबिटीज का सर्जरी से इलाज संभव- डा. पीटर्स

दिल्ली में रहने वालीं 46 वर्षीय गृहिणी अंशु जैन डायबिटीज की मरीज थीं तथा वे डायपरटेंशन, डायसिलिपिडीमिया, अनिद्रा, खर्राटे आना, असंयमित तनाव, अंगों में समस्या तथा सरसोडिसिस से पीड़ित थीं। उनका वजन 127 किलो ग्राम ;बीएमआई 46 था, जब उन्होंने मोटाबोलिक व बेरिएटिक सर्जरी नवंबर 2012 में कराई। केवल 18 महीनों में उन्होंने 39 किलोग्राम वजन कम किया, उनके शरीर का भार 88 किलोग्राम तक आ गया और बीएमआई 30 पर आ गया। उनकी डायबिटीज की समस्या हल हो गई, साथ ही अन्य सहरुग्ण रोगों में भी कमी आई।
गांव गरीब की मटकी में मीठा, कारोबारियों की थाली में मलाई

गांव गरीब की मटकी में मीठा, कारोबारियों की थाली में मलाई

देश में सरकार की चौतरफा हो रही आलोचना के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जब वर्ष 2016-17 का बजट प्रस्तुत करने 29 फरवरी को लोकसभा में खड़े हुए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी सरकार दम साधे यह देख रही थी आखिर यह बजट उन्हें जनता के बीच खड़े होने का भी मौका देगा या नहीं। लेकिन जेटली सब तय करके बैठे थे और उन्होंने बजट भाषण की शुरुआत ही इन पंक्तियों से करके अपने इरादे जता दिए थे: 'कश्ती चलाने वाले ने जब हार के दी पतवार हमें लहर-लहर तूफान मिले और मौज-मौज मंझधार हमें फिर भी दिखाया है हमने और फिर ये दिखा देंगे सबको इन हालात में आता है दरिया पार करना हमें
कस्टम ड्यूटी में हुई बढ़त से स्वास्थ्य क्षेत्र पर नकारात्मक असर- नाटहेल्थ

कस्टम ड्यूटी में हुई बढ़त से स्वास्थ्य क्षेत्र पर नकारात्मक असर- नाटहेल्थ

स्वास्‍थ्य इंडस्ट्री बजट आने से पूर्व चिकित्सा उपकरणों और चिकित्सा डिवाइस के आयात की सीमा शुल्क वृद्धि को वापस लेने का आग्रह करती है जहां स्थानीय विनिर्माण अपर्याप्त हो।
स्कूलों में सबके लिए है ऑयरन की गोलियां

स्कूलों में सबके लिए है ऑयरन की गोलियां

कुसुम अब पहले की तरह आए दिन स्कूल से छुट्टी नहीं करती। अब पढ़ाई के दौरान न तो उसे नींद आती है और न ही उसका सिर चकराता है। पहले से ज्यादा अब उसका मन पढ़ाई में लगता है और उसकी बाकी सहेलियां भी स्कूल में रेगुलर हो गई हैं। गौतम बुद्ध नगर जिले के दनकौर खंड के करीब 209 स्कूलों की लगभग सारी लड़कियों का लगातार स्कूल जाने का ग्राफ बढ़ा है। ये सभी लड़कियां निम्न और मध्यम लर्ग से आती है जिसमें कुछ तो घर से ही टिफिन लाती है और बाकी मिड डे मील खाती हैं।
भारतीयों को मिले न मिले, विदेशियों को चिकित्सा देने की चिंता

भारतीयों को मिले न मिले, विदेशियों को चिकित्सा देने की चिंता

ये कोई छुपी हुई बात नहीं है कि भारत में डॉक्टरों और नर्सों की भयानक कमी है। वर्ष 2015 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक देश के चिकित्सा क्षेत्र को तत्काल करीब 20 लाख डॉक्टरों और 40 लाख नर्सों की जरूरत है। यही नहीं देश के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में से 8 फीसदी में कोई डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ तक नहीं है।
स्वास्थ्य सेवाओं को जीएसटी से मुक्त करेंः नैटहेल्थ

स्वास्थ्य सेवाओं को जीएसटी से मुक्त करेंः नैटहेल्थ

यूनिवर्सल हेल्थकेयर कवरेज के लक्ष्य को हासिल करने के मद्देनजर नैटहेल्थ (हेल्थकेयर फेडरेशन आॅफ इंडिया), देश की शीर्ष स्वास्थ्यरक्षा निकाय, ने स्वास्थ्यरक्षा सेवाओं को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के दायरे से बाहर करने के लिए सरकार के समक्ष पूर्व-बजट सिफारिशों को पेश किया है।
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