गजल की आवाज’ कहे जाने वाले मेंहदी हसन क स्वर यों तो पांच साल पहले ही थम गई थी, लेकिन वह आज भी उनके चहेतों के दिलों में गूंजती है। अब उनकी गौरवमयी यादगार को आकार देने के लिए पाकिस्तान में एक विशाल मकबरा तामीर करने में उनका बेटे ने भारत से मदद की गुहार लगाई है।
सोमवार को पूर्व कप्तान सरदार सिंह से इंग्लैंड की पुलिस ने 4 घंटे तक पुछताछ की है। कहा जा रहा है कि उन्हें 25 जून को टूर्नामेंट खत्म होने से पहले दूसरे दौर की पूछताछ के लिए फिर बुलाया जा सकता है।
पिछले 24 घंटे में, कर्ज में डूबे तीन किसानों ने मौत को गले लगा लिया है। आठ जून से अब तक 15 किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने के साथ खबर है कि अकेले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सिहोर में कर्ज से परेशान पांच किसानों ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली है।
लगता है वीपीआई कल्चर को लेकर मंत्रियों का मोहभंग होता दिखाई नहीं देता। अभी भी इसका खुमार कई नेताओं पर चढ़ा देखा जा सकता है। छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार के मंत्री के बेटे की शादी में सरकारी डाक्टरों की ड्यूटी लगवाने का मामला नेताओं की इस खुमारी को बयां करता है। दिलचस्प है कि सीएमओ ने डाक्टरों की ड्यूटी के लिए चिट्ठी तक लिख दी।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से बनाई गई कमेटी के सदस्य वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात करने के लिए पहुंच चुके हैं। हालांकि यह मुलाकात मुश्किल से 30 मिनट भी नहीं चल सकी। वहीं, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा नेताओं ने कोई नाम ही सामने नहीं रखे।
मदसौर के किसानों के आंदोलन से चौतरफा घिरे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को दशहरा मैदान पर बेमियादी अनशन शुरू किया तथा किसानों को समस्याओं पर चर्चा के लिए खुला न्यौता दिया। करीब 45 मिनट तक दिए भाषण में मुख्यमंत्री ने एक भी बार कांग्रेस का नाम नहीं लिया। इस बीच प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने का कोई सवाल ही नहीं उठता, मैं पहले भी इसके पक्ष में नहीं था और अब भी नहीं हूं। तो वहीं विपक्षी कांग्रेस ने अनशन को राजनैतिक ड्रामा बताया।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि जब तक हिंदुस्तान का किसान धनवान नहीं होता, हिंदुस्तान को धनवान बनाने की कल्पना पूरी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का प्रयास जारी है। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत होने के बाद उनका यह बयान सामने आया है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी पर अपनी चिंता जाहिर की है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का विकास धीमा पड़ने की वजह नोटबंदी है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था केवल सार्वजनिक व्यय के इंजन पर चल रही है। लाखों नौकरियां खत्म हो रही है और निजी क्षेत्र का निवेश ध्वस्त हो गया है।