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नकदी की दिक्कत ज्यादा से ज्यादा तीन महीने तक रह सकती है : पनगढि़या

नकदी की दिक्कत ज्यादा से ज्यादा तीन महीने तक रह सकती है : पनगढि़या

नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढिया ने स्वीकार किया है कि सरकार के नोटबंदी के कदम से नकदी की तंगी के चलते देश में आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा और वृद्धि दर प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि प्रणाली में नकदी की कमी तीन महीने तक रह सकती है।
नोटबंदी : रबी की बुआई में हो सकती है 20 फीसदी गिरावट

नोटबंदी : रबी की बुआई में हो सकती है 20 फीसदी गिरावट

महाराष्‍ट्र में रबी फसलों की बुआई में 20 फीसदी गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि राज्य में बीज और खाद की बिक्री बड़े नोटों 500 और 1000 रुपए के बंद होने से प्रभावित हो गई है।
काले धन पर आयकर की राशि 60 फीसदी कर सकती है सरकार

काले धन पर आयकर की राशि 60 फीसदी कर सकती है सरकार

कैबिनेट की बैठक में सरकार ने आज यह विचार किया कि नोटबंदी के बाद बैंक खातों में यदि बड़ी मात्रा में राशि जमा कराई गई हो तो उसपर किस दर से कर लगाया जाए और क्या इसके लिए कानून में संशोधन किया जाए।
नेहरू की विरासत फूलपुर से चुनाव लड़ प्रियंका भर सकती हैं कांग्रेस में जोश

नेहरू की विरासत फूलपुर से चुनाव लड़ प्रियंका भर सकती हैं कांग्रेस में जोश

यूपी में कांग्रेस सत्‍ता में वापसी के लिए सभी हरसंभव प्रयास कर रही है। पार्टी उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी को देश के सबसे बड़े सूबे के विधानसभा चुनाव पर सक्रिय रहने के लिए पार्टी सूत्रों ने कहा है। दाेनों भाई-बहन इस प्रदेश को जीतने की कोशिश में है। विधानसभा चुनाव के अलावा लोेकसभा में यहां कांग्रेस दमदार प्रदर्शन की अास लगाई हुई है। पार्टी इसके लिए विशेष रणनीति भी बना रही है।
यूपी चुनाव की 15 दिसंबर के बाद कभी भी हो सकती है घोषणा

यूपी चुनाव की 15 दिसंबर के बाद कभी भी हो सकती है घोषणा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा 15 दिसम्बर के बाद कभी भी की जा सकती है। निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। आयोग मतदाता सूची तैयार कराने के अलावा मतदान केन्द्रों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें 15 दिसम्बर के बाद किसी भी समय चुनाव तिथियों की घोषणा के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
निक्‍की हेली बन सकती हैं अमेरिका की विदेश मंत्री

निक्‍की हेली बन सकती हैं अमेरिका की विदेश मंत्री

अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की प्रतिष्‍ठा में लगातार चार चांद लग रहे हैं। यहां कई बड़े पोस्‍टों पर भारतीय मूल के लोग कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में दो बार दक्षिण कैरोलिना के गवर्नर पद का कार्यभार संभाल चुकी निक्की हेली का नाम ट्रंप कैबिनेट में विशेष रूप से राज्य के सचिव के हाई प्रोफाइल पद को लेकर सामने आया है। निक्‍की इस मसले पर ट्रंप से मुलाकात करेंगी।
आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

राजनीतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव से पहले अपने कार्यकर्ताओं के खाते में नकदी डालकर अपने काले धन को सफेद बनाने का प्रयास कर सकती हैं। राजनीतिक विश्लेषक प्रधानमंत्री की पहल को मात्र लोकप्रियता हासिल करने के लिए उठाया गया कदम करार दे रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इससे राजनीतिक दलों द्वारा काले धन के इस्तेमाल पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
ममता ने येचुरी को किया फोन, भाजपा के खिलाफ साथ आ सकती हैं दोनों पार्टियां

ममता ने येचुरी को किया फोन, भाजपा के खिलाफ साथ आ सकती हैं दोनों पार्टियां

देश भर में नोटबंदी के केंद्र सरकार के फैसले के बाद जनता को हो रही परेशानियों पर साथ काम करने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपनी घोर प्रतिद्वंद्वी माकपा की तरफ हाथ बढ़ाया है। भाजपा के खिलाफ एक साथ काम करने की इच्छा जताने के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को फोन किया और भाजपा एवं इसकी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आग्रह किया।
महिलाएं ही समाज को संस्कारित कर सकती हैं : भागवत

महिलाएं ही समाज को संस्कारित कर सकती हैं : भागवत

दिल्ली में अखिल भारतीय कार्यकर्ता प्रेरणा शिविर 11 नवंबर से शुरू हो गया है। इस शिविर में पूरे भारत से लगभग ढाई हजार समिति की कार्यकर्ता शिरकत कर रही हैं।
काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक: चुनाव में लगी पार्टियों के लिए हो सकती है मुश्किल

काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक: चुनाव में लगी पार्टियों के लिए हो सकती है मुश्किल

केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने का असर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही राजनीतिक पार्टियों की तैयारियों पर भी पड़ सकता है। हालांकि सभी पार्टियां केंद्र सरकार के इस कदम से खुद पर पड़ने वाले असर के मुद्दे पर खामोश हैं, लेकिन चुनावों के लिए पार्टियों द्वारा चंदा एकत्र किए जाने के अब तक के तौर-तरीकों से यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़े नोटों का चलन बंद हो जाने से उन पर क्या असर पड़ेगा।