चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी ‘उसने कहा था’ सौ साल की हो गई है। यह सिर्फ प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि मासूम प्रेम की अभिव्यक्ति है। उसने कहा था गुलेरी जी ने सन 1915 में लिखी थी। सौ साल बाद भी इस कहानी की न रुमानियत खत्म हुई न मासूमियत।
बड़े-बड़े दावों और उम्मीदों के साथ सत्ता में आई मोदी और केजरीवाल की सरकार के लिए आज अपनी-अपनी कामयाबी गिनाने का दिन है। मोदी मथुरा में रैली कर अपनी उपलब्धियां गिनाएंगे तो केजरीवाल ने कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जनसभा बुलाई है।
दिल्ली की कैबिनेट, जनता के बीच ’ के तहत कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ जब दिल्ली की जनता को 100 दिनों का हिसाब देने आए तो काफी खुश दिखाई दिए। आज केजरीवाल कम बोले। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने जनता के सवालों के जवाब दिए। उन जवाबों में मीडिया, भाजपा और केंद्र सरकार से चल रही तनातनी के जवाब भी शामिल थे। एक अहम सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘ मैं तो चाहता हूं कि दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार के तहत और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा कल ही मिल जाए लेकिन सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है।
एक टीम हो जिसमें एक रॉकेट वैज्ञानिक, एक इंजीनियर, एक खगोलविज्ञानी, एक फैशन विशेषज्ञ और एक हड्डी रोग विशेषज्ञ साथ मिल कर काम करें तो बताइए ये सब लोग मिल कर क्या बनाएंगे? नहीं पता। ये सब लोग महिलाओं को कुछ इंच ऊंचा उठाने के लिए कोशिश करेंगे वह भी बिना महिला को दर्द से राहत देते हुए। अमेरिका की स्पेस ट्रांसपोर्ट कंपनी स्पेस एक्स की एक पूर्व अधिकारी डॉली सिंह ने यह खास टीम बनाई है जो अब महिलाओं के लिए स्टेलेटो (ऊंची एड़ी के सैंडिल) डिजाइन करेंगे।
जब से नेताओं के विपश्यना करने की खबरें आने लगी हैं तब से आम लोगों की भी इसमें रुचि बढ़ रही है। हालांकि यह पुरानी परंपरा है। इसे आत्मनिरीक्षण द्वारा आत्मशुद्धि की बहुत पुरानी साधना-विधि माना जाता है। भगवान गौतम बुद्ध ने विलुप्त हुई इस पद्धति का पुन: अनुसंधान कर इसे जीवन जीने की कला के रूप में बनाया।
समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पूर्व मुख्यमंत्राी जीतन राम मांझी द्वारा रविवार शाम को माल्यार्पण करने के बाद कथित रूप से उसके शुद्धिकरण के लिए प्रतिमा को धोने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज की गयी।
फेसबुक की एक रिपोर्ट के अनुसार ऊंची लागत, खराब उपलब्धता और उचित उपकरणों के चलते विकासशील देशों में ज्यादातर लोग अभी भी इंटरनेट का इस्तेमाल करने में पीछे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने खेती-किसानी और सड़क-बिजली-पानी को केन्द्रबिन्दु में लेते हुए वित्त वर्ष 2015-16 का बजट पेश किया है। एक ओर बजट में अगले वित्त वर्ष को किसान वर्ष घोषित किया गया है तो दूसरी ओर मेट्रो रेल, लखनउ-आगरा ऐक्सप्रेस वे तथा बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी पर विशेष बल दिया गया है।