दिल्ली नगर निगम चुनावों में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि वे आम कार्यकर्ताओं की तरह पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं। दिल्ली के कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने भी अपने पद से इस्तीेफा दे दिया है।
दिल्ली में रविवार को हुए तीनों नगर निगमों के 270 वॉर्डों के चुनावों की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। इन तस्वीरों में भाजपा ने अपनी स्पष्ट जीत दर्ज करा ली है। मतगणना के शुरुआती एक घंटे में ही भाजपा ने आप और कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ते हुए निर्णायक बढ़त हासिल कर ली। नतीजों के अनुसार कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से बेहतर प्रदर्शन किया है।
दिल्ली नगर निगम में भाजपा को तीसरी बार बहुमत मिलना एक बड़ी कामयाबी है। विधानसभा चुनाव में 3 विधायकों पर सिमटी भाजपा के लिए यह डगर आसान नहीं थी। यह दिल्ली में भाजपा के नए चेहरों और नई रणनीति की जीत है। उधर, आम आदमी पार्टी विधानसभा की जबरदस्त जीत के बाद जनता की जबरदस्त नाराजगी का शिकार हो गई है।
एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को हुए नुकसान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विधानसभा चुनाव के मुकाबले उसका वोट प्रतिशत घटकर करीब आधा रह गया है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में सुनहरी जीत हासिल करने वाली भाजपा ने जीत का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। सुकमा में सोमवार को हुए नक्सली हमले में 26 जवानों की शहादत के बाद भाजपा ने ये फैसला किया है। एमसीडी चुनावों में शानदार विजय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लोगों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।
लोकपाल आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने कहा कि अब आप से लोगों का भरोसा उठ गया है। अरविंद केजरीवाल की कथनी-करनी में फर्क आ गया है। उनकी सत्ता की भूख ही आप को ले डूबी।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा को दो तिहाई बहुमत मिला है। उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी एमसीडी में भाजपा की यह जीत आम आदमी पार्टी को भावी चुनावों के लिए चुनौती दे रही है।
बेशक दिल्ली नगर निगम चुनावों में एग्जिट पोल में भाजपा जीत रही हो लेकिन बुधवार 26 अप्रैल को मतगणना के बाद साफ हो जाएगा कि किसकी किस्मत का पिटारा खुलेगा और किसका बंद होगा।
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को हुए मतदात में कई जगह ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आई हैं। इससे आम आदमी पार्टी को ईवीएम पर सवाल उठाने का एक मौका और मिल गया है।