वर्ष 1962 के युद्ध के बाद सीमा पार कर जाने पर करीब 55 साल तक भारत में फंसा रहा एक चीनी सैनिक आज अपने भारतीय परिवार के सदस्यों के साथ अपने संबंधियों से मिलने के लिए बीजिंग पहुंचा।
अमेरिका ने राजनयिक जेफ्री डेलॉरेन्टिस को क्यूबा का राजदूत नियुक्त किया है। क्यूबा में किसी अमेरिकी राजदूत की यह नियुक्ति पांच दशक के अंतराल के बाद हुई है। ओबामा ने एक बयान में कहा एक राजदूत की नियुक्ति हम दोनों देशों के बीच और अधिक सामान्य तथा सार्थक संबंध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डीजल कार मालिकों को झटका देते हुए राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण (एनजीटी) ने दिल्ली के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय को निर्देश दिया कि दस वर्ष से ज्यादा पुराने वाहनों का पंजीकरण तुरंत प्रभाव से खत्म किया जाए।
मारग्रेट थैचर के बाद ब्रिटेन को दूसरी महिला प्रधानमंत्री मिलना तय हो गया है। थैैचर का कार्यकाल पूरा होने के करीब ढाई दशक बाद ब्रिटेन को दूसरी महिला प्रधानमंत्री मिलेंगी। ब्रेग्जिट मतविभाजन के बाद डेविड कैमरन के उत्तराधिकारी पद की दौड़ में मुख्य मुकाबला गृह मंत्री टेरेसा मे और उर्जा मंत्री आंद्रिया लीडसम के बीच तय माना जा रहा है।
देश के विभाजन के दर्द के बीच बड़े हुए भाजपा नेता अरुण जेटली राजनीति के बड़े मुकाम पर हैं। पीएम नरेंंद्र मोदी के बाद दूसरे नंबर पर राजनाथ सिंह के साथ प्रतिष्ठित तथाा वित्त, कारपोरेट मामले और सूचना प्रसारण मंत्रालय की बागडोर संभाल रहे जेटली का राजनीतिक सफर 70 के दशक में अखिल भारतीय विद़यार्थी परिषद से शुरु हुआ। आज भले ही अरुण जेटली सूचना एवं प्रसारण मंत्री का काम भी संभाल रहे हों मगर 90 के दशक से अबतक उन्होंने शायद कोई फिल्म नहीं देखी है।
दूसरे विश्वयुद्ध को 71 साल बीत चुके हैं और दुनिया के लोग जापान के उन दो शहरों की पीड़ा भी शायद भूल चुके हैं जिन्होंने उस युद्ध की सबसे भयानक त्रासदी अपने सीने पर झेली थी। दुनिया में पहली बार परमाणु बम का हमला जापान के हिरोशिमा शहर पर हुआ था जिसमें करीब 1 लाख 40 हजार लोग मारे गए थे। इसके बाद नागाशाकी पर परमाणु हमले ने युद्ध को पूरी तरह समाप्त कर दिया था।
नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह ने पिछले एक दशक से अपने महल के बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। पूर्व नरेश पर जुर्माने के साथ अब 70,000 डॉलर का बिजली बिल बकाया हो गया है।
सालाना 7 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर से आगे बढ़ते भारत में अगले दस साल के दौरान विश्व की सबसे तेज विकसित अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। हार्वर्ड के शोधकर्ताओं के मुताबिक, भारत अगले दस साल में अपने दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वी चीन से आगे निकल जाएगा जहां की अर्थव्यवस्था लगातार सुस्त पड़ती जाएगी।