देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सेना को दिया जाने वाले दान स्वेच्छा से होना चाहिए, इसके लिए किसी पर जोर-जबरदस्ती की जरूरत नहीं है। यह बात उन्होंने राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस द्वारा फिल्म निर्माताओं पर दान देने का दबाव बनाने के संदर्भ में कही। राज ठाकरे के इस मांग की कई लोगों ने आलोचना की है।
ए दिल है मुश्किल के निर्माताओं और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बीच मध्यस्थता को लेकर हमले झेल रहे महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि उन्होंने निर्माताओं की ओर से सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ देने की पेशकश का विरोध किया था।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने कहा है कि किसी से देशभक्ति का सबूत मांगना गलत है और देश में किसी को भी देशभक्ति का सबूत देने की जरूरत नहीं है।
अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि जब राष्ट्रवाद की बात आती है तो फिल्म उद्योग एकजुट है लेकिन जब बीच में राजनीति घुस जाती है तो बॉलीवुड पूरी तरह भयभीत और कमजोर हो जाता है।
निर्देशक करण जौहर सहित फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के निर्माताओं को केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार दोनों ने आश्वासन दिया कि किसी को भी फिल्म की रिलीज रोकने नहीं दी जाएगी। दरअसल मनसे ने धमकी दी है कि वह पाकिस्तानी कलाकार के कारण अगले सप्ताह रिलीज हो रही रही इस फिल्म को सिनेमाघरों में प्रसारित नहीं होने देगी।
पाकिस्तानी कलाकार की वजह से फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की रिलीज को लेकर विरोध का सामना कर रहे फिल्म निर्देशक करण जौहर ने आज कहा कि वह भविष्य में पाक कलाकारों को नहीं लेंगे और उन्होंने भावपूर्ण अपील करते हुए कहा कि फिल्म के प्रदर्शन में अवरोध नहीं डाला जाए।
फिल्मकार अनुराग कश्यप ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के कारण पाकिस्तानी कलाकारों से सजी हुई फिल्मों की रिलीज पर रोक से जुड़े विवाद में शामिल होते हुए कहा कि जब भारतीय फिल्मकारों को दंडित किया जा रहा है तो प्रधानमंत्री को भी अपने लाहौर दौरे के लिए माफी मांगनी चाहिए।
सुनहरे परदे से निकल कर राज कपूर की मशहूर फिल्म आवारा अब मंच पर एक नया अवतार लेगी। भारत और चीन एक समझौते के तहत बॉलीवुड के दिवंगत महान अभिनेता राज कपूर की लोकप्रिय फिल्म आवारा को भारत और चीन में थियेटर रूप में तैयार करेंगे।
दलित नेता एवं उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद उदित राज ने निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ की ओर से देशव्यापी आंदोलन चलाने और 28 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली करने का ऐलान किया।