चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल से 12वीं के छात्र हर्षित शर्मा को गूगल में नौकरी मिलने का झूठा दावा पहला नहीं है। पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं और इससे भारत की विश्वसनीयता को वैश्विक स्तर पर झटका लगता है।
सिविल सर्विस परीक्षा में 361 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल करने वाले मुस्िलम युवक अंसार अहमद शेख ने एक बार अपना नाम बदल कर शुभम रख लिया था। पुणे के फर्ग्युसन कालेज में पढ़ने आए अंसार ने ऐसा इसलिए किया था ताकि उसे कालेज हास्टल में रहने और खाने की उचित सुविधा मिल सके।