देश के सामाजिक ताने-बाने को हमेशा के लिए बदल कर रख देने वाले 1984 के सिख विरोधी दंगों की रोंगटे खड़े करने वाली दास्तां को कहानियों के रूप में एक नई किताब में पेश किया गया है।
हिंदी फिल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने ऐ दिल है मुश्किल के अपने सह कलाकार अभिनेता रणबीर कपूर के लिए कहा कि वह अभिनेता के तौर पर लंबी पारी खेलेंगे और उनके जैसे युवा अभिनेता के लिए अपने करियर के शुरूआती सालों में ही इतनी अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाना असामान्य है।
इस बार दर्शकों के सामने दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर आई हैं। दोनों चर्चित और बड़ी फिल्में हैं। लेकिन यदि दर्शकों जो भी फिल्म देख लें या तो वे कुएं में गिरेंगे या खाई में। अजय देवगन और करण जौहर दोनों ही ने अपनी कमजोर निर्देशकीय पारी खेली है।
जानेमाने भारतीय अमेरिकी लेखक और धार्मिक गुरू दीपक चोपड़ा ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के भावनात्मक विकास की तुलना तीन साल के बच्चे से करते हुए कहा है कि उनका आत्मसम्मान बेहद कम है।
अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने कहा है कि रॉक ऑन-2 में काम करना सपने के सच होने जैसा है और इस म्यूजिकल ड्रामा फिल्म में अपना गाना गाना तो सोने पर सुहागा की तरह हो गया। रॉक ऑन के दूसरे संस्करण रॉक ऑन-2 में 29 वर्षीय श्रद्धा भी काम कर रही हैं।
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल की टेस्ट श्रृंखला के दौरान इंदौर के दर्शकों के टेस्ट प्रेम से अन्य मैच स्थलों को सीख लेने की सलाह देते हुए कहा कि क्रिकेट के इस लंबी अवधि के प्रारूप को रोमांचक और दर्शकों के अनुकूल बनाने की जिम्मेदारी खिलाड़ियों की है।
सुनहरे परदे से निकल कर राज कपूर की मशहूर फिल्म आवारा अब मंच पर एक नया अवतार लेगी। भारत और चीन एक समझौते के तहत बॉलीवुड के दिवंगत महान अभिनेता राज कपूर की लोकप्रिय फिल्म आवारा को भारत और चीन में थियेटर रूप में तैयार करेंगे।
राकेश ओम प्रकाश मेहरा थोड़े कनफ्यूज निर्देशक हैं। उनकी फिल्म रंग दे बसंती चली जरूरी थी, मगर उसमें भी बहुत कमियां थीं। भाग मिल्खा भाग तो फ्लाप ही थी। वह खुद ही नहीं समझ पाए थे कि मिल्खा को खिलाड़ी के तौर पर दिखाना है या व्यक्ति के तौर पर। अब आई है उनकी बहु प्रतीक्षित फिल्म मिर्जिया जिसे क्यों देखा जाए यह सोचना कठिन पहेली को सुलझाना है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का मानना है कि पर्यावरण भारत के जनमानस में है। बस जरूरत है तो इसके प्रति थोड़ी सी चेतना लाने की। किसी भी प्रयोग को करने से डरना नहीं चाहिए और नई बातों के लिए दिमाग खुला रखना चाहिए।
'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।