उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (कौएद) के समाजवादी पार्टी में विलय के मुद्दे पर पहली बार खुले लहजे में कहा कि वह पार्टी में मुख्तार जैसे लोगों को नहीं चाहते और वह उनकी पार्टी में नहीं रहेंगे।
शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि वह सुब्रमण्यम स्वामी के विचारों की सराहना करती है। उसने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी गांधी परिवार के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में स्वामी का इस्तेमाल करने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम से जुड़ी उनकी टिप्पणियों से अब पल्ला नहीं झाड़ सकती।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आज आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास पर हमला बोला। जिस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक अनुशासित सरकारी अधिकारी पर इस तरह के हमले को अनुचित व गलत बताया।
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की समाजवादी पार्टी में वापसी से नाराज चल रहे आजम खान को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नियुक्तियों का सीधा अधिकार खान के मंत्रालय को दे दिया। नगर विकास मंत्री आजम खान के विभाग में नियुक्तियों का अधिकार पहले उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पास था।
माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल (कौएद) के समाजवादी पार्टी (सपा) में विलय को लेकर मतभेद उभरने के बीच वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव की इजाजत से ही कौएद का सपा में विलय कराया था और इस मुद्दे पर पार्टी में सबकुछ ठीक चल रहा है।
देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपना शीश कटा डालने वाले उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद निवासी शहीद हेमराज का गांव उनकी शहदत के तीन वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। हेमराज के शहीद होने के बाद गांववासियों को उम्मीद थी कि सरकार अब हेमराज के नाम पर गांव में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर देगी। लेकिन तीन साल के बाद भी नतीजा सिफर रहा। गांव वाले सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के पूरा होने का अब भी इंतजार कर रहेे हैं।
उत्तर प्रदेश में हर दल की तरफ से विधानसभा चुनाव को साधने की तैयारी बड़े जोर शोर से की जा रही है। सत्ताधारी समाजवादी पार्टी भी दोबारा सत्ता में वापसी का कोई मौका हाथ से छोड़ना नहीं चाहती। अब उसने पूर्वांचल इलाके के माफिया सरगना मुख्तार अंसारी को अपने साथ शामिल कर लिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने बुधवार को कहा कि ब्याज दर ऊंची रखने समेत विभिन्न गड़बडि़यों के लिए रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन शौरी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भारत में मौद्रिक नीति के सामने मुद्रास्फीति को दबाने का लक्ष्य रखने के खिलाफ हैं।