आज आधी रात से देश में ‘एक राष्ट्र, एक कर’ लागू हो जाएगा। देशभर में जीएसटी लागू करने के लिए सरकार ने आज संसद के सेंट्रल हॉल में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया है।
एक ओर जहां पूरा विश्व 21 जून को मनाए जाने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ कार्यक्रम में भाग लेने की तैयारियों में लगा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर बिहार सरकार इस कार्यक्रम में रुचि लेती नजर नहीं आ रही है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार इसे ‘पब्लिसिटी स्टंट’ बताया है और इस कार्यक्रम में भाग न लेने की बात कही है।
एनडीए ने सोमवार को बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। कोविंद को 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था।
अगर बिहार और दूसरे राज्यों की सरकारें वास्तव में शिक्षा को लेकर गंभीर हैं तो सिर्फ दंडात्मक कार्यवाही और जबानी जमा खर्च से काम नहीं चलेगा। उन्हें सकारात्मक कदम भी उठाने होंगे।
सभी किसानों की कर्जा माफी और फसल का न्यूनतम समर्थम मूल्य (एसएमपी) के मुद्दों पर देशभर के किसानों में अलख जगाने के लिए मध्यप्रदेश के मंदसौर से छह जुलाई को जनजागृति यात्रा निकाली जाएगी और यह यात्रा दो अक्तूबर को महात्मा गांधी के किसान आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ पर बिहार के चंपारण में समाप्त होगी। यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटे करीब 130 किसान संगठनों ने सर्वसम्मति से लिया। इस यात्रा को अंजाम देने के लिए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में किसानों के संगठन का एकसाथ जुटना किसान एकता की दिशा में एतिहासिक कदम माना जा रहा है। समजा जाता है कि किसानों की इस तरह एकजुटता लंबे अर्से बाद दिखाई दी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे से पहले एक ऐसी घटना घटित हुई जिसने एक बड़े हादसे को टाल दिया। सीएम योगी की आज दरभंगा के ऐतिहासिक मैदान में जनसभा है, लेकिन इस कार्यक्रम से पहले ही सभा के आयोजन के लिए बना पंडाल गिर गया है।
पटना के गांधी मैदान में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का मिलन तय नजर आ रहा है। भाजपा से मुकाबला करने के लिए राजद प्रमुख समान सोच रखने वाले दलों को एक जगह लाने के लिए मंच सजा रहे हैं।
कांग्रेस ने बिहार के पूर्णिया जिले में पत्नी के शव को मोटरसाइकिल पर ले जाने वाली दर्दनाक घटना को शर्मनाक करार दिया है। कांग्रेस ने कहा कि राज्य सरकारें इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। यह वाकया उस दौरान हुआ जब सरकारी अस्पताल के प्रशासन ने शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस देने से मना कर दिया।
दिल्ली विधानसभा में बुधवार को पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा के साथ जो कुछ हुआ, वह शर्मनाक है। इस घटना से साफ है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को बिहार बना दिया है।