सीबीएसई अगले साल से दसवीं व 12वीं की परीक्षा मार्च की जगह फरवरी में कराएगी। कापी जांचने के काम में आ रहीं गड़बड़ियों की वजह से यह फैसला किया गया है। सीबीएसई इसमें सुधार लानी चाहती है। साथ ही परीक्षा 45 दिन की बजाय एक महीने में पूरे करा लेने की कोशिश की जाएगी।
सीबीएसई के दसवी कक्षा के नतीजों में इस बार दिल्ली रीजन में 13.67 की गिरावट आई है। पिछली बार 91.0 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे लेकिन इस बार 78.09 फीसदी स्टूडेंट्स ही पास हो सके। शनिवार को घोषित नतीजों में त्रिवेंद्रम पहला स्थान पर रहा जबकि दूसरे नंबर पर चेन्नई और तीसरे पर इलाहाबाद रीजन रहा। दिल्ली चौथे स्थान पर अपनी जगह बना पाया।
सीबीएसई ने आज 12वीं क्लास का परिणाम जारी कर दिया है। एमेटी इंटरनेशनल स्कूल नोएडा की छात्रा रक्षा गोपाल 99.6 प्रतिशत अंक के साथ इस बार की टॉपर बनी है। रिजल्ट आ जाने से छात्रों में बेहद खुशी है।
12वीं के परिणाम आने के बाद स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई के लिए निर्णायक कदम उठाते हैं। इस दौरान कोई छात्र मेडिकल में तो कोई इंजिनियरिंग में अपना भविष्य तलाशते हैं, या फिर वे अपने मनमुताबिक विषयों की पढ़ाई करने की दिशा में फैसले लेते हैं। कुछ लोग ट्रेंड से हटकर भी सोचते हैं। 2017 सीबीएसई की टॉपर रक्षा गोपाल भी इन्हीं विद्यार्थियों की तरह हैं जो कुछ अलग करना चाहती हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने छात्रों में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने बड़ा कदम उठाया है। जानकारी के मुताबिक आईआईटी दिल्ली अब अपने पाठ्यक्रम में इस तरह से बदलाव का फैसला किया है कि यह पढ़ाई के दबाव से आत्महत्या की प्रवृत्ति को बंद करने में मददगार हो।
सीबीएसई ने कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के लिए शिक्षकों की भर्ती से संबंधित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) को साल में एक ही बार कराने का प्रस्ताव दिया है। जबकि अब तक यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती रही है।