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नहीं रहे 'जाने भी दो यारों' के निर्देशक कुंदन शाह, पहली ही फिल्म ने दिलाया था नेशनल अवॉर्ड

नहीं रहे 'जाने भी दो यारों' के निर्देशक कुंदन शाह, पहली ही फिल्म ने दिलाया था नेशनल अवॉर्ड

व्यंग्यात्मक फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर फिल्म निर्देशक और...
दिल्ली हाईकोर्ट ने 'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारूकी को रेप के आरोप से बरी किया

दिल्ली हाईकोर्ट ने 'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारूकी को रेप के आरोप से बरी किया

दिल्ली हाईकोर्ट ने आमिर खान के प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘पीपली लाइव’ के सह निर्देशक महमूद फारूकी को...
डेरे में तलाशी के दूसरे दिन गुरमीत की गुफा से साध्वी हॉस्टल तक सुरंग का पता चला

डेरे में तलाशी के दूसरे दिन गुरमीत की गुफा से साध्वी हॉस्टल तक सुरंग का पता चला

दूसरे दिन का सर्च ऑपरेशन करीब साढ़े छह बजे समाप्‍त हुआ। अब रविवार सुबह को यह फिर शुरू होगा। डेरा सच्चा सौदा में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
यूपी विधानसभा में मिले पाउडर को खतरनाक PETN  बताने वाले फॉरेंसिक लैब डायरेक्टर निलंबित

यूपी विधानसभा में मिले पाउडर को खतरनाक PETN बताने वाले फॉरेंसिक लैब डायरेक्टर निलंबित

12 जुलाई को उत्तरप्रदेश विधानसभा में 150 ग्राम संदिग्ध पाउडर मिलने का खुलासा हुआ। जिसके बाद लखनऊ के फारेंसिक लैब ने फॉरेंसिक जांच मे विस्फोटक मिलने की पुष्टि की थी।
विशाल सिक्का को क्यों छोड़नी पड़ी इंफोसिस, उनके इस्तीफे से जुड़ी 5 खास बातें

विशाल सिक्का को क्यों छोड़नी पड़ी इंफोसिस, उनके इस्तीफे से जुड़ी 5 खास बातें

विशाल सिक्का को आखिरकार इंफोसिस के सीईओ पद से इस्तीफा देना पड़ा। यह एकाएक हुआ हो ऐसा नहीं है। इस्तीफे को लेकर कई अहम बातें सामने आई हैं।
सिक्का के आरोपों पर बोले नारायणमूर्ति,

सिक्का के आरोपों पर बोले नारायणमूर्ति, "ऐसे आरोपों का जवाब देना मेरे सम्मान के खिलाफ"

इस्तीफा देने के बाद विशाल सिक्का ने कहा कि उन्होंने निदेशक मंडल और एन आर नारायणमूर्ति की अगुवाई में हाई-प्रोफाइल संस्थापकों के बीच कटुता बढ़ने के बीच इस्तीफा दिया है।
सिनेमा: हर डायरेक्टर ने अपना सब्जेक्ट चुन लिया, सक्सेस फॉर्मूला है उनका ‘अंदाज-ए-बयां’

सिनेमा: हर डायरेक्टर ने अपना सब्जेक्ट चुन लिया, सक्सेस फॉर्मूला है उनका ‘अंदाज-ए-बयां’

सिनेमा ऐसा माध्यम है, जिसने कला की हर विधा के अस्तित्व को जीवित रखा है, कारण है संगीत, संवाद, कहानी लेखन, अभिनय, छायांकन, रचनात्मकता और प्रबंधन का सम्मिश्रण।