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बड़े मामलों की सुनवाई के लिए CJI ने बनाई पांच जजों की संवैधानिक पीठ, चारों जजों को जगह नहीं

बड़े मामलों की सुनवाई के लिए CJI ने बनाई पांच जजों की संवैधानिक पीठ, चारों जजों को जगह नहीं

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और बाकी 4 जजों के बीच हुए विवाद को खत्म माना जा रहा है। ले‌किन इस बीच सोमवार...
देश पीएमओ से चल रहा है, मंत्रिमंडल में फेरबदल से कोई फर्क नहीं पड़ता: सीताराम येचुरी

देश पीएमओ से चल रहा है, मंत्रिमंडल में फेरबदल से कोई फर्क नहीं पड़ता: सीताराम येचुरी

सीताराम येचुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "सभी जानते हैं कि यह देश सिर्फ प्रधानमंत्री और पीएमओ के आदेश पर चल रहा है। इसलिए मंत्रिमंडल में कौन कहां बैठता है, इससे कोई नहीं पड़ता है।"
खून में है हिंदुस्तान, दुख है कि दिखानी पड़ रही है देशभक्ति: इमाम

खून में है हिंदुस्तान, दुख है कि दिखानी पड़ रही है देशभक्ति: इमाम

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मुसलमानों ने मस्जिद को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे से सजाया है। मस्जिद के इमाम मोहम्‍मद जफ्फर मुख्‍तार आसमी ने कहा, “हमारे खून में है हिंदुस्तान लेकिन दुख है कि हमें देशभक्ति दिखानी पड़ रही है।”
'इंदु सरकार' को नहीं चाहिए कांग्रेस या गांधी परिवार से एनओसी: पहलाज निहलानी

'इंदु सरकार' को नहीं चाहिए कांग्रेस या गांधी परिवार से एनओसी: पहलाज निहलानी

इमर्जेंसी पर बनी फिल्म ‘इंदु सरकार’ को लेकर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने कहा कि 'इंदु सरकार' को कांग्रेस या गांधी परिवार में से किसी से भी एनओसी लेने की जरूरत नहीं है।
बुजुर्गों से संबंधित योजनाएं पुरानी, संशोधन की जरूरत: सुप्रीम कोर्ट

बुजुर्गों से संबंधित योजनाएं पुरानी, संशोधन की जरूरत: सुप्रीम कोर्ट

देश में बुजुर्गों से संबंधित योजनाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने समीक्षा की आवश्यकता बताई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय नीति एनपीओपी जैसी योजनाएं 1990 के दशक की हैं और सरकार को इन पर पुनर्विचार तथा समीक्षा करने की जरूरत है।
मजदूर दिवस: लातेहार के मजदूर प्रधानमंत्री को लौटा रहे हैंं एक रूपया

मजदूर दिवस: लातेहार के मजदूर प्रधानमंत्री को लौटा रहे हैंं एक रूपया

इस बार मजदूर दिवस पर झारखंड के श्रमिक ज्यादा नाराज दिखे। मनरेगा के तहत मिलने वाली राशि में मामूली बढ़ोत्तरी के विरोध में श्रमिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में मजदूरों ने पीएम मोदी को एक रूपए वापस करने की बात कही है।