जम्मू-कश्मीर में ईद के दिन भी कई जगहों पर पत्थरबाजी हुई जिसमें कई लोग घायल हो गये। हालांकि कश्मीर में मस्जिदों, दरगाहों और ईदगाहों पर विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन भी किया गया जिसमें काफी भीड़ जुटी। सबसे ज्यादा भीड़ हजरतबल में उमड़ी यहां करीब 50 हजार लोगों ने नमाज अदा की।
ईरोड (तमिलनाडु), जिले के एक पक्षी अभयारण्य के आसपास के आठ गांवों के लोग पिछले 17 वर्ष से बिना पटाखा जलाए दिवाली मनाते हैं क्योंकि उन्हें इसकी आशंका है कि तेज आवाज से प्रवासी पक्षी डर कर भाग जाएंगे।