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बिहार में 13 लोगों की संदिग्ध मौत, जहरीली शराब के कहर की आशंका

बिहार में 13 लोगों की संदिग्ध मौत, जहरीली शराब के कहर की आशंका

बिहार में लागू शराबबंदी के बीच गोपालगंज जिले मे 13 लोगों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। आशंका है कि इन सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। एक गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति का इलाज जिला सदर अस्पताल में जारी है।
गायिका शुभा मुद्गल को राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार

गायिका शुभा मुद्गल को राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार

विख्यात गायिका शुभा मुद्गल को 23वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। शुभा मुद्गल को यह पुरस्कार सांप्रदायिक भाईचारा, शांति एवं सौहार्द को बढ़ावा देने में उनके अप्रतिम योगदान के लिए दिया जाएगा।
बंगाली रसगुल्ले पर जीआई टैग चाहता है पश्चिम बंगाल

बंगाली रसगुल्ले पर जीआई टैग चाहता है पश्चिम बंगाल

लोकप्रिय मिठाई रसगुल्ला के उदभव स्थान को लेकर ओडिशा के साथ छिड़ी तकरार के बीच पश्चिम बंगाल ने स्पष्ट किया है कि वह इस मिठाई पर कोई दावा पेश नहीं कर रहा है, बल्कि वह तो सिर्फ राज्य में तैयार होने वाले विशेष किस्म के रसगुल्ले पर दावा कर रहा है।
रथयात्रा देखने के लिए लाखों लोग पुरी में जुटे

रथयात्रा देखने के लिए लाखों लोग पुरी में जुटे

कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन ओडि़शा के पवित्र शहर पुरी में बुधवार को पूरे उल्लास और धार्मिक रस्मो रिवाज के साथ किया गया। देश और विदेश के लाखों श्रद्धालु इस शहर में नौ दिनों तक चलने वाली भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथयात्रा देखने के लिए उमड़ पड़े।
पाकिस्तान में प्रसिद्ध कव्वाल अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या

पाकिस्तान में प्रसिद्ध कव्वाल अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या

पाकिस्तान में बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने देश के बेहतरीन कव्वालों में से एक अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या कर दी। साबरी को रूह छू देने वाली सूफी गायिकी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता था।
उसने कहा था – सौ साल पुराना प्रेम

उसने कहा था – सौ साल पुराना प्रेम

चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी ‘उसने कहा था’ सौ साल की हो गई है। यह सिर्फ प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि मासूम प्रेम की अभिव्यक्ति है। उसने कहा था गुलेरी जी ने सन 1915 में लिखी थी। सौ साल बाद भी इस कहानी की न रुमानियत खत्म हुई न मासूमियत।
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