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Search Result : "February last year"

सरकार को 2017 में एफडीआई प्रवाह में गति बने रहने की उम्मीद

सरकार को 2017 में एफडीआई प्रवाह में गति बने रहने की उम्मीद

सरकार देश के ढांचागत क्षेत्र के विकास के लिये जरूरी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में वर्ष 2016 में किये गये सुधारों के आधार पर एफडीआई प्रवाह अगले साल भी बेहतर रहने की उम्मीद कर रही है। इस वर्ष जनवरी से सितंबर के दौरान एफडीआई प्रवाह 21 प्रतिशत बढ़कर 32.18 अरब डालर रहा।
डोनाल्ड ट्रंप टाइम पर्सन ऑफ द ईयर चुने गये

डोनाल्ड ट्रंप टाइम पर्सन ऑफ द ईयर चुने गये

अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन को मात देकर राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले डोनाल्ड ट्रंप को टाइम पत्रिका ने पर्सन ऑफ द ईयर-2016 चुना और उनको डिवाइडेट स्टेट्स ऑफ अमेरिका (विभाजित राज्य अमेरिका) का राष्ट्रपति करार दिया।
नोटबंदी की आलोचना के बीच मोदी ने जीता टाइम ऑनलाइन रीडर्स पोल

नोटबंदी की आलोचना के बीच मोदी ने जीता टाइम ऑनलाइन रीडर्स पोल

भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोटबंदी के चलते भले ही कितनी भी आलोचना झेल रहे हों लेकिन अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘टाइम’ के पर्सन ऑफ द इयर खिताब के लिए मोदी ने ऑनलाइन रीडर्स पोल जीत लिया है।
बुनियादी ढांचा क्षेत्र ने भरी उड़ान, वृद्धि दर अक्तूबर में 6.6 प्रतिशत

बुनियादी ढांचा क्षेत्र ने भरी उड़ान, वृद्धि दर अक्तूबर में 6.6 प्रतिशत

इस्पात व रिफाइनरी उत्पाद क्षेत्रों के प्रभावी प्रदर्शन के चलते बुनियादी ढांचा क्षेत्र ने अक्तूबर महीने में 6.6 प्रतिशत वृद्धि दर दर्ज की जो कि बीते छह महीने में सर्वाधिक है।
महात्मा गांधी के पोते कनुभाई का निधन, सूरत में हुआ अंतिम संस्कार

महात्मा गांधी के पोते कनुभाई का निधन, सूरत में हुआ अंतिम संस्कार

महात्मा गांधी के पोते कनुभाई का सोमवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। आज सूरत में उनका अंतिम संस्कार किया गया। कांग्रेस और भाजपा के कई नेताओं के साथ सैकड़ों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
ब्रिटिश राज की एक और परंपरा पर लगेगा ताला, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट

ब्रिटिश राज की एक और परंपरा पर लगेगा ताला, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट

केंद्र सरकार ने पहले ही कहा था कि वह आम बजट अब कुछ हफ्ते पहले पेश करना चाहती है। सरकार की इस मंशा पर अब आम सहमति भी बन गई है। लिहाजा अब अगले वित्त वर्ष (2017-18) का आम बजट एक फरवरी, 2017 को पेश होगा। बजट की तैयारियां भी जो पहले दिसंबर में शुरु होती थी अब वह नवंबर माह के शुरुआत में ही शुरु हो जाएंगी। इस बारे में जल्द ही कैबिनेट से भी मंजूरी ली जाएगी। सरकार का मानना है कि लगभग 4 हफ्ते पहले बजट पेश करने से इसके प्रावधानों को लागू करने के लिए केंद्र व राज्यों के पास ज्यादा समय होगा।
मोदी सरकार : 33 लाख कर्मचारियों को सालाना बोनस मिलेगा

मोदी सरकार : 33 लाख कर्मचारियों को सालाना बोनस मिलेगा

केंद्र सरकार ने अपने करीब 33 लाख कर्मचारियों के लिए मंगलवार को सालाना बोनस की घोषणा की, जो पिछले दो वर्षों से बकाया था। इस बारे में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 2014-15 और 2015-16 का बोनस संशोधित मानदंडों के आधार पर जारी किया जाएगा। यह दो वर्षों से बकाया था। इसके बाद बोनस को सातवें वेतन आयोग के तहत दिया जाएगा।
एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

मध्‍यप्रदेश में जबलपुर के पनागर के बिहर गांव में मानवता को शर्मसार करनेे वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा शासित इस राज्‍य की सामाजिक समरसता पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। गांव में एक दबंग ने अपनी जमीन से शवयात्रा ले जाने की अनुमति नहीं दी। मजबूरन लोगों को तालाब के बीच चार फीट पानी से शव को श्‍मशान घाट तक ले जाना पड़ा। मुसबीत यहीं कम नहीं हुई बल्कि लोग जब श्मशानघाट पहुंचे तो वहां पर सरकार की जमीन पर धान बोया गया था। नतीजन शव का अंतिम संस्‍कार निजी जमीन पर किया गया।
पाक में साबरी के जनाजे में उमड़ा जन सैलाब, जनता का कलाकार हुआ रुखसत

पाक में साबरी के जनाजे में उमड़ा जन सैलाब, जनता का कलाकार हुआ रुखसत

पाकिस्‍तान में मशहूर कवाल और सूफी गायकार अमजद फरीद साबरी को अंतिम विदाई देने जन सैलाब उमड़ पड़ा। पाक में जहां एक तरफ साबरी को गोली मारने को कई लोग उचित बता रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके जनाजे में उमड़ी भीड़ पाक की कुछ अलग तस्‍वीर पेश कर रही है। विरोध का मसला कुछ भी हो लेकिन उनके जनाजे में आए लोगों का समूह यह तो साफ बता रहा है कि साबरी जनता के कलाकार थे।
न्‍याय की पराकाष्‍ठा, आखिरकार 92 साल के व्यक्ति को जाना पड़ेगा जेल

न्‍याय की पराकाष्‍ठा, आखिरकार 92 साल के व्यक्ति को जाना पड़ेगा जेल

झूठी शान की खातिर 1980 में हुई हत्या के एक मामले में दोषी करार दिए गए बिस्तर पर पड़े 92 वर्षीय एक व्यक्ति को आखिरकार जेल जाना पड़ेगा क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा काटने के लिए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने से उसे कोई भी छूट प्रदान करने से मना कर दिया।
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