सीधा-सादा बद्रीनाथ (वरुण धवन) और तेज तर्रार वैदेही (आलिया भट्ट) की शादी दहेज, लड़की शादी के बाद नौकरी नहीं करेगी टाइप के कई ट्विस्ट उनकी शादी को रोक देते हैं। वैदही भाग जाती है और उसके पीछे-पीछे भागता है बद्रीनाथ। कुछ गाना बजाना, कुछ डायलॉग और वैदेही को भी हो गया प्यार।
कल एक खास शादी होने वाली है। इस शादी में खर्चा नहीं बल्कि कमाई होगी। वह भी 100 करोड़ से ऊपर की। यकीन न हो तो कल बद्रीनाथ के साथ किसी भी नजदीकी थिएटर में पहुंच जाइए। बद्रीनाथ की दुल्हनिया कमाई के सारे रेकॉर्ड तोड़ कर कल रीलिज के लिए तैयार है।
फिल्मों को कला के साथ-साथ संप्रेषण के माध्यम के तौर देखे जाने के प्रति दर्शकों की स्वीकार्यता ने हाल के बरसों में ढेरों फिल्म-समारोहों को भी जन्म दिया है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में भारत के विभिन्न शहरों में किस्म-किस्म के फिल्मोत्सवों की शुरूआत हुई है जिनमें से काफी सारे समारोह खासा नाम भी कमा चुके हैं।
आॅस्कर जीतने से जुड़े मंत्र का खुलासा करते हुए एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि आपके आॅस्कर जीतने की संभावना तब बढ़ जाती है, जब आप अमेरिकी संस्कृति दर्शाने वाली फिल्म में एक अमेरिकी अभिनेता हों।
सरकार ने अपने ढाई साल से अधिक के शासनकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कांग्रेस पर पिछले 70 साल में घोषणाओं को ईमानदारी से पूरा नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि देश के गरीबों, वंचितों और किसानों के हित में घोषणाओं को पूरा करने के लिए दृढ़संकल्प और 56 इंच का सीना चाहिए।
किताबों में लोगों की रूचि भले ही बरकरार हो लेकिन पहले की तरह पब्लिक लाइब्रेरियों में अब भीड़ नहीं जुटती। लोगों को पब्लिक लाइब्रेरी की तरफ आने को प्रेरित करती है वरिष्ठ अभिनेता टॉम आल्टर अभिनीत शॉर्ट-फिल्म किताब। इसकी शूटिंग हाल ही में उत्तराखंड के खूबसूरत हिल स्टेशन मसूरी में पूरी हुई।
भारत के महान टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति को डेविस कप टीम का नया गैर खिलाड़ी कप्तान बनाया गया है जो न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे में तीन से पांच फरवरी तक होने वाले एशिया ओशियाना जोन ग्रुप एक के मुकाबले में प्रभार लेंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला गैर खिलाड़ी कप्तान के तौर पर आनंद अमृतराज का आखिरी होगा।
निष्कासन प्रस्ताव का सामना कर रहे टाटा मोटर्स के स्वतंत्र निदेशक नुस्ली वाडिया ने आज कहा कि छोटी कार नैनो के कारोबार को जारी रखने को लेकर उनका टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा के साथ मतभेद था क्यों कि यह कंपनी के वित्तीय संसाधनों में सेंध साबित हो चुकी है।
विवेक मिश्र को साहित्यिक पत्रिका हंस में प्रकाशित उनकी कहानी ‘और गिलहरियां बैठ गईं’ के लिए अठारहवें रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।