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भाजपा और कांग्रेस के लिए क्यों इतनी अहम बन गई अहमद पटेल की हार-जीत

भाजपा और कांग्रेस के लिए क्यों इतनी अहम बन गई अहमद पटेल की हार-जीत

मंगलवार को देर रात तक चली उठापटक में आखिरकार कांग्रेस नेता अहमद पटेल की जीत हुई। वह इस जीत से दूर हो चुके थे अगर चुनाव आयोग ने कांग्रेस द्वारा दो वोटों को खारिज करने की मांग स्वीकार ना कर ली होती।
राज्यसभा पहुंचने के लिए मेरे पास पर्याप्त संख्या बल: अहमद पटेल

राज्यसभा पहुंचने के लिए मेरे पास पर्याप्त संख्या बल: अहमद पटेल

गुजरात में राज्यसभा चुनाव के दौरान सबकी निगाहें कांग्रेस पर टिकी हुई है। इस बीच कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद पटेल ने बताया कि उनके पास पर्याप्त संख्या बल है।
गुजरात: कांग्रेस में बगावत से खतरे में अहमद पटेल की राज्यसभा सीट

गुजरात: कांग्रेस में बगावत से खतरे में अहमद पटेल की राज्यसभा सीट

गुजरात में कांग्रेस के तीन विधायकों ने कांग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल की राज्यसभा सीट को खतरे में डाल दिया है। दरअसल कांग्रेस के तीन विधायक भाजपा में सामिल हो गए हैं जिससे सियासी गणित में उलटफेर हो गया है।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राज्यसभा के लिए गुजरात से भरा नामांकन

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राज्यसभा के लिए गुजरात से भरा नामांकन

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सलाहकार अहमद पटेल ने बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए गुजरात से अपना नामांकन दाखिल किया है।
शहीद  फिरोज अहमद ने किया था फेसबुक पर पोस्ट, 'कब्र में मेरे साथ पहली रात को क्या होगा'

शहीद फिरोज अहमद ने किया था फेसबुक पर पोस्ट, 'कब्र में मेरे साथ पहली रात को क्या होगा'

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में लश्कर हमले में शहीद हुए एसएचओ फिरोज अहमद डार का लिखा पोस्ट लोगों को भावुक कर रहा है।
अहमद बोले, भाजपा ने लाए 1000-2000 के नोट, कालेधन को उत्‍साहित कौन कर रहा?

अहमद बोले, भाजपा ने लाए 1000-2000 के नोट, कालेधन को उत्‍साहित कौन कर रहा?

कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या यह संयोग है कि 1000 एवं 2000 रुपए के बड़े नोट भाजपा-राजग सरकार लेकर आई है तो ऐसे में आखिरकार कालेधन को कौन प्रोत्साहित कर रहा है?
जेएनयू से संकट के बादल छंट नहीं रहे

जेएनयू से संकट के बादल छंट नहीं रहे

देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल विश्वविद्यालय में पिछले दो साल से गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक वाकये से जेएनयू प्रशासन भी त्रस्त हो गया है। एक साल पहले यहां के छात्र नेता ने देश विरोधी नारे लगाए ऐसी खबरों के बीच अब एक और छात्र नजीब के लापता होने से विश्वविद्यालय फिर गलत कारणों से खबरों में आ गया है।
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