‘अलीगढ़’ फिल्म में एक कट लगाने को लेकर हंसल मेहता ने चिल्ला-चोट की थी। अब उन्हीं हंसल मेहता ने अपनी आने वाली फिल्म ‘सिमरन’ के दस कट को आसानी से मान लिया है।
अनुपम खेर ज्यादा बोलते हैं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि वह लगभग चुप रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका नहीं निभा सकते। अनुपम अच्छे कलाकार हैं और उनका फिल्म से लेकर मौजूदा सरकार तक बराबर दखल है। शायद यही वजह है कि ऐन आम चुनाव से पहले एक घोर राजनैतिक फिल्म में पूर्व प्रधानंमत्री की भूमिका निभाएंगे।