शुक्रवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को पनामा पेपर लीक मामले में दोषी पाया। नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री का पद छोड़ना पड़ गया। उसी दिन भारत में एक और राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा था। बिहार के मुख्यमंत्री,जिन पर एक मर्डर और आर्म्स एक्ट होने का आरोप लगा है, वे विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध कर रहे थे।
पहाड़ों की रानी मसूरी में एक कश्मीरी व्यापारी की दुकान उस समय जबरन बंद करवा दी गई, जब यह देख्ाा गया कि उस व्यापारी की फेसबुक पोस्ट में पाकिस्तानी सेना की तारीफ की गई है।
जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों में सोमवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने भीषण गोलीबारी की और मोर्टार दागे, जिसमें सेना के एक जवान और नौ साल की एक बच्ची की मौत हो गई है। गोलीबारी में तीन अन्य व्यक्ति घायल भी हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले की एक स्वर में निंदा की और इसे बेहद शमर्नाक कृत्य बताया। वहीं, इसी बीच सिंगर अभिजीत ने हमले को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"