केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा अपनी निजी पहल के तहत कश्मीर समस्या पर हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की है। सूत्रों ने इन ख़बरों को निराधार बताया कि सरकार की पहल पर सिन्हा के नेतृत्व में एक दल हुर्रियत नेताओं से जम्मू-कश्मीर में बात कर रहा है। सरकार ने कहा कि सिन्हा अपनी पहल पर ही कश्मीर गए हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने कहा है कि अगले सप्ताह इस्लामाबाद में होने वाले उनकी पार्टी के बंद के नतीजे में देश के भीतर कोई तीसरी ताकत कदम रखती है तो इसके लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जिम्मेदार होंगे। इमरान ने कहा, अगर लोकतंत्र पटरी से उतरता है तो सिर्फ एक व्यक्ति जिम्मेदार होगा।
सुपरस्टार आमिर खान ने यहां चल रहे एम.ए.एम.आई. समारोह में पाकिस्तानी फिल्म नहीं दिखाए जाने तथा करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की रिलीज को लेकर दी जा रही धमकियों से संबंधित सवाल पर जवाब नहीं दिया।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक के मोदी सरकार के दावे पर सवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए सवाल उठाया है कि पहली बार के दावे पर कौन सच्चा है, विदेश सचिव या रक्षा मंत्री। कांग्रेस का मानना है कि सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी हुई है पर इस बार इसका खूब बखान किया गया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों से चीन के झंडे बरामद हुए हैं। सुरक्षाबलों द्वारा संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर मारेे गए छापे के बाद कई चीजों के अलावा ये झंडे बरामद हुए। कश्मीर में ऐसा शायद पहली बार है जब आतंकी ठिकानों से चीनी झंडे बरामद हुए हैं।
अशांत कश्मीर आज लगातार तीसरे दिन भी कर्फ्यू मुक्त रहा। धीर धीरे घाटी की स्थिति सामान्य हो रही है। सुरक्षा बलों ने शहर और राज्य के अन्य स्थानों में अलगाववादियों के विरोध प्रदर्शन की योजना को नाकाम कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खान अक्सर अपने विवादास्पद और तीखे बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। उन्होंने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि उनमें मोदी जैसे कई गुण हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मोदी की तरह चाय बनाना आता है, ड्रम बजा सकते हैं इसलिए प्रधानमंत्री बनने के लिए फिट उम्मीदवार हैं।
करीब 100 दिन से कश्मीर में हो रहे बंद से अलगाववादियों के खिलाफ सूबे के टैक्सी आपरेटर भड़कने लगे हैंं। आपरेटर अलगावादियों के खिलाफ दो बार विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। फिलहाल अलगाववादी और उनके समर्थक आपरेटरों को नुकसान की भरपाई का भरोसा देकर शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच हिंसक झड़पों में भारी कमी से घाटी में जल्द ही जन-जीवन सामान्य होने की उम्मीद बढ़ गई है।