राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की संस्था ‘प्रबोधिनी’ के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप (आईआईडीएल) में अब सड़क से संसद तक की नेतागिरी सिखाएगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अंतरिक्ष वैज्ञानिक उडुपी रामचंद्र राव का का आज निधन हो गया। वह 85 वर्ष थे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं एनुअल जनरल मीटिंग में जियो ने अपना नया 4जी फोन लॉन्च कर दिया है। कहा जा रहा है कि यह सबसे सस्ता 4जी फोन होगा। इसका नाम 'इंडिया का इंटेलीजेंट स्मार्टफोन' नाम रखा गया है।
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने करदाताओं के लिए ’आयकर सेतु’ नाम से नया सर्विस मॉड्यूल लांच किया है जिसमें टैक्स से जुड़े कई टूल्स का इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें चैटिंग सुविधा, नई जानकारियां व आयकर विभाग से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं के अहम लिंक मिल सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज राजधानी लखनऊ में महिला सशक्तिकरण मिशन के तहत कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए मुखबिर योजना की शुरुआत की। इस दौरान सीएम योगी ने महिला हेल्पलाइन नंबर ‘181’ के लिए 64 रेस्क्यू वैन को हरी झंडी भी दिखाई।
एक बाद एक नई सफलता हासिल करने वाले भारत अंतरिक्ष संगठन इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने आज एक और मिसाइल का सफल परीक्षण कर कामयाबी हासिल की है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसरो की ओर से लॉन्च किए गए मिसाइल के सफल परीक्षण पर वैज्ञानिकों को बधाई दी है। इसरो ने आज कार्टोसैट-2s सैटलाइट के साथ 30 नैनो सैटलाइट्स को पीएसएलवी-सी38 वीइकल से छोड़ा।
इसरो ने जीएसएलवी मार्क 3 लांच कर विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रचा है, लेकिन क्या इस बार राष्ट्रपति पद के लिए इसरो के किसी वैज्ञानिक को उम्मीदवार बनाया जा सकता है? अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में मिसाइल मैन अब्दुल कलाम का हवाला देते हुए राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चाएं चल रही हैं। ऐसा हुआ तो यह भी अपने आप में इतिहास ही होगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार शाम ठीक 5:28 बजे जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। पूरी तरह देश में बने सबसे भारी रॉकेट के लांच के साथ ही इसरो और मोदी सरकार के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। पिछले तीन सालों में इसरो की सफलता की कहानी उल्लेखनीय रही है!
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन :इसरो: के एक बेहद सुरक्षित और साफ कमरे में एक नई किस्म की जुगलबंदी बन रही है। निजी क्षेत्र के दल सरकारी इंजीनियरों के साथ मिलकर एक ऐसा उपग्रह बनाने का काम कर रहे हैं, जो जल्दी ही आसमान में स्थापित किया जाएगा।