भारत ने ईरान से कच्चे तेल आयात की मात्रा कम की तो ईरान ने बदले में आयातित तेल के भुगतान का समय तीन माह से घटाकर दो माह कर दिया साथ ही भाड़ा दर भी बढ़ा दी।
ईरान ने आज 15 अमेरिकी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी है। ईरान ने कुल 15 अमेरिकी कंपनियों पर आतंकवाद का समर्थन करने, दमन और फलस्तीन की जमीन पर इस्राइल के कब्जे का समर्थन करने के के कारण पाबंदी लगाई है।
इजरायल ने भारत जाने वाले अपने देश के पर्यटकों को आतंकी हमले की आशंका से आगाह किया है। इजराल ने अपने सैलानियों के लिए एक तत्काल एवं गंभीर यात्रा चेतावनी जारी की, जिसमें नए साल के समारोहों के दौरान खास तौर से भारत के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में आतंकी हमले के तत्काल खतरे का जिक्र है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि भारत आपसी लाभ के लिए इस्राइल के साथ साझेदारी बढ़ाने को उत्सुक है और दोनों देशों को वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को गृह और साइबर सुरक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों के विकास की जरूरत है जिनमें इस्राइल ने अपनी क्षमताएं साबित की हैं।
इस्राइल के राष्ट्रपति रियुवेन रिवलिन अपने आठ दिवसीय भारत दौरे पर आज राजधानी दिल्ली पहुंचे। अपने पहले साक्षात्कार में उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि भारत एवं इस्राइल की मित्रता लंबे समय से सतत रूप से चल रही है तथा यह छिपाने वाली मित्रता नहीं है।
इजरायल के राष्ट्रपति रियुवेन (रुवि) रिवलिन अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आएंगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आमंत्रण पर आ रहे रिवलिन की यह यात्रा पिछले 20 सालों के दौरान किसी इजरायली राष्ट्रपति की पहली आधिकारिक भारत यात्रा होगी।
अमेरिका ने इस्राइल के साथ अपने इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इस संधि के तहत इस्राइल आधुनिक विमान एवं हथियार खरीदेगा और अपनी सेना की मिसाइल रक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा।
अमेरिकी वायुसेना के रेड फ्लैग एक्सरसाइज में पाकिस्तान, सऊदी अरब और इजराइली विमान साथ- साथ उड़ेंगे। इस महीने के आखिर में नेवादा रेगिस्तान में यह युद्धाभ्यास होने जा रहा है। रेड फ्लैग को अमेरिकी सेना का हवा से हवा में मार करने का महत्वपूर्ण अभ्यास कार्यक्रम माना जाता है। यह पहली बार है कि इसमें दो मुस्लिम देश अमेरिका के साथ हिस्सा ले रहे हैं।
पेरिस में अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ बैठक के बाद फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि इस्राइल के साथ शांति वार्ता की कोई भी शुरआत एक निश्चित समय सीमा के साथ और अंतरराष्ट्रीय देखरेख के अंतर्गत होनी चाहिए।