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जीएसटी काउंसिल ने मि‍ड साइज-लग्‍जरी कारों पर बढ़ाया सेस, रोजमर्रा के 30 सामान हुए सस्ते

जीएसटी काउंसिल ने मि‍ड साइज-लग्‍जरी कारों पर बढ़ाया सेस, रोजमर्रा के 30 सामान हुए सस्ते

जीएसटी नेटवर्क में खामियों को देखते हुए काउंसिल ने जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा में ढिलाई देने का भी फैसला किया है। कारोबारी अब जुलाई का रिटर्न (जीएसटीआर-1) 10 अक्टूबर तक दाखिल कर सकेंगे।
धोनी की कप्तानी में अंतिम मैच, युवराज और नेहरा पर भी नजरें

धोनी की कप्तानी में अंतिम मैच, युवराज और नेहरा पर भी नजरें

भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में सफर खत्म होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी के नाम के आगे कल यहां अंतिम बार कप्तान लिखा होगा जब वह इंग्लैंड के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में भारत ए की अगुआई करेंगे।
सरकार की भारतीय उद्यम विकास सेवाओं के गठन को मंजूरी

सरकार की भारतीय उद्यम विकास सेवाओं के गठन को मंजूरी

सरकार ने आज भारतीय उद्यम विकास सेवाओं (आईईडीएस) के गठन को मंजूरी प्रदान की। इसका गठन सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के तहत विकास आयुक्त कार्यालय में किया जाएगा।
डिजिटल लेन-देन से छोटे कारोबारियों को कर में होगी 46 प्रतिशत तक बचत: सरकार

डिजिटल लेन-देन से छोटे कारोबारियों को कर में होगी 46 प्रतिशत तक बचत: सरकार

सरकार ने आज कहा कि नकदी के बजाए डिजिटल लेन-देन अपनाने से छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में 46 प्रतिशत तक कमी आएगी। सरकार ने अनुमानित आय नियमों में बदलाव किया है इससे उन छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में कमी आएगी जो डिजिटल भुगतान का विकल्प चुनते हैं।
नोटबंदी : आरएसएस के संगठन ने भी माना, कारोबार बंद होने की कगार पर

नोटबंदी : आरएसएस के संगठन ने भी माना, कारोबार बंद होने की कगार पर

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े संगठन लघु उद्योग भारती ने भी माना है कि नोटबंदी के बाद समूचे देश में छोटे व्यापारी की हालात खराब है। उनके हाथ से कारोबार जा रहा है। वेतन न दे पाने की स्थिति में कर्मचारी नौकरी छोड़कर भाग रहे हैं। सरकार चाहती है कि छोटे कारोबारी रातोंरात कैशलेस पद्धति को फॉलो करें, यह उनके लिए मुश्किल है। नोटबंदी के चलते लघु उद्योगों का उत्पादन 40 से 50 फीसदी कम हो गया है।
छोटी कंपनियों के शेयरों का जलवा, बड़े शेयर पीछे छूटे

छोटी कंपनियों के शेयरों का जलवा, बड़े शेयर पीछे छूटे

इस साल अभी तक स्माल कैप और मिडकैप शेयरों का प्रदर्शन ब्लूचिप कंपनियों से बेहतर रहा है। छोटी कंपनियों के शेयरों ने अभी तक साल के दौरान 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। साल के दौरान मिडकैप सूचकांक का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर रहा है। यह 2,371.97 अंक या 21.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 13,515.05 अंक पर पहुंच गया है। वहीं स्माल कैप 11.98 प्रतिशत या।,419.22 अंक की बढ़त के साथ 13,255.93 अंक रहा है।
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