हरिद्वार जाकर जल लेकर लाने वाले कांवड़िए और धार्मिक जनता गोल्डन बाबा को लेकर खास उत्साहित हैं। वजह है कि बाबा कांवड़ यात्रा कर रहे हैं और वह भी साढ़े तेरह किलो सोना पहनकर। करीब चार करोड़ के कीमती अाभूषण पहन कर कांवड़ ला रहे बाबा की सुरक्षा में 30 निजी सुरक्षा कर्मी हैं। इनके साथ 350 कांवड़ियों का दल भी है।
रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे उम्रदराज पैरवीकार हाशिम अंसारी के बुधवार को हुए निधन से मुसलमानों और हिन्दुओं समेत पूरे समाज में दुख का माहौल है। विवादित ढांचा विवाद के आखिरी मूल वादी अंसारी ने कभी भी मुद्दे को लेकर सियासत नहीं की। सारी जिंदगी मुकदमे की पैरवी में निकाल देने वाले अंसारी को समाज का हर वर्ग और तबका सम्मान की नजर से देखता था।
कश्मीर घाटी के हालात पर चर्चा के लिए भाजपा महासचिव राम माधव बुधवार की शाम श्रीनगर पहुंचे। घाटी में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए माधव मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करेंगे।
केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्राी रामविलास पासवान ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के उस दावे को गलत बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोजपा सुप्रीमो ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को लाइक किया है। लालू ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की विकास दर :15.6 प्रतिशत: भाजपा शासित विकसित प्रदेशों से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा था कि पासवान ने उनके ट्वीट को लाइक किया है।
छह दिवसीय संघ की बैठक इन दिनों चर्चा में है। मिशन यूपी और मिशन मंदिर पर भी मंथन हो रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यक्रम और उद्देश्यों के बारे में बात की।
पूरे ओडि़शा और उसके बाहर भी बुधवार को भगवान जगन्नाथ के मंदिरों में रथयात्राएं निकाली गयीं लेकिन गंजाम के मरदा में 300 साल पुराने मंदिर में यह अनुष्ठान नहीं हुआ। मरदा के इस मंदिर में कोई देवी-देवता नहीं है।
कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन ओडि़शा के पवित्र शहर पुरी में बुधवार को पूरे उल्लास और धार्मिक रस्मो रिवाज के साथ किया गया। देश और विदेश के लाखों श्रद्धालु इस शहर में नौ दिनों तक चलने वाली भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथयात्रा देखने के लिए उमड़ पड़े।
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री राम जेठमलानी ने रविवार को कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाने समेत तमाम वादों के मद्देनजर उन्होंने नरेंद्र मोदी का सहयोग किया था लेकिन अब वह खुद को इसके लिए गुनहगार और ठगा हुआ महसूस करते हैं।