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Search Result : "Mahesh Bhatt film Aashiqui"

‘शानदार’ बोरियत

‘शानदार’ बोरियत

लगता है शाहिद कपूर को अंदाजा नहीं है कि शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं। इस बात का अंदाजा होते ही वह सिर्फ बढ़िया काम करना चाहेंगे, ‘शानदार’ के चक्कर में नहीं पड़ेंगे।
शाहिद को मिली खुली छूट

शाहिद को मिली खुली छूट

शाहिद कपूर की शादी को तीन महीने बीत गए हैं। मीरा के साथ उनकी जिंदगी ठीक ठाक चल रही है इसके बहुत सारे सुबूत समय-समय पर मिलते रहते हैं।
दादरीः गोमांस पर नफरत का सियासी पासा

दादरीः गोमांस पर नफरत का सियासी पासा

दादरी में मोहम्मद अख्लाख की हत्या के बाद जिस उग्र ढंग से हत्या के पक्ष में केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा और हिंदू संगठनों के नेताओं के बयान आ रहे हैं, उससे गोमांस पर तनाव के लंबे खींचने की आशंका
अपू त्रयी एशिया की शीर्ष फिल्मों में

अपू त्रयी एशिया की शीर्ष फिल्मों में

सत्यजीत रे की अपू त्रयी फिल्में एशिया की सर्वश्रेष्ठ पांच फिल्मों में शामिल की गई हैं। इसकी घोषणा आज यहां बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में की गई।
मुस्लिम होने के बावजूद कलाम राष्ट्रवादी थेः महेश शर्मा

मुस्लिम होने के बावजूद कलाम राष्ट्रवादी थेः महेश शर्मा

केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के एक विवादित बयान से राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। उन्होंने एक टेलीविजन इंटरव्यू में कह दिया कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम मुस्लिम होने के बावजूद एक राष्ट्रवादी और महान मानववादी थे।
कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

साहिर लुधियानवी के हिन्दी गीत के संकलन का संपादन। साहिर लुधियानवी : मेरे गीत तुम्हारे हैं नाम से एक और पुस्तक प्रकाशनाधीन। सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और गजलें प्रकाशित। साहित्य से इतर पर्यावरण पर भी लेखन। पिछले चार वर्षों से साहिर लुधियानवी के गीतों का डॉक्युमेंटेशन और ब्लॉग लेखन। गढ़वाली भाषा और संस्कृति पर सक्रिय संस्था ‘धाद’ से संबद्ध।
आहें भरती बीमार नौकरशाही

आहें भरती बीमार नौकरशाही

राजनीतिक हस्तक्षेप और बेजा इस्तेमाल की बीमारी की वजह से नौकरशाही का मनोबल अब तक के सबसे निचले स्तर पर है।
वेनिस फिल्मोत्सव में प्यासा

वेनिस फिल्मोत्सव में प्यासा

हिंदी फिल्म जगत के महान कलाकार गुरूदत्त, वहीदा रहमान और माला सिन्हा की अदाकारी से सजी कालजयी फिल्म प्यासा को अगले महीने होने वाले वेनिस फिल्मोत्सव के लिए फिर से इसके मूल स्वरूप में ढाला गया है।
जब पुलिस इस पत्रकार को बालों से नोचती हुई ले गई

जब पुलिस इस पत्रकार को बालों से नोचती हुई ले गई

कैमरे पर सच दिखाने की हिमाकत का नतीजा यह रहा कि कोलकाता पुलिस गौतम कुमार विश्वास को बालों से नोचती हुई घसीट कर ले गई। उन्हें जहां चाहा मारा। लातें, घूसे सब। गौतम कोलकाता के फ्रीलांस पत्रकार हैं, जो पुलिस और प्रशासन की पोल खोलती फिल्में बनाते हैं। जान की परवाह किए बिना भ्रष्ट तंत्र से टकराने वाले गौतम के महीने के आधे से ज्यादा दिन अदालतों में जाते हैं। उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा वकीलों को जा रहा है लेकिन फिर भी गौतम इस घुन लगी व्यवस्था के आगे न झुकते हुए बखूबी अपना काम कर रहे हैं।