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भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

क्या इंदु सरकार फिल्म रीलिज होने का यह सबसे मुफीद वक्त है। फिल्म और राजनीति का रिश्ता पुराना है। राजनैतिक घटनाओं पर फिल्में बनती रही हैं और फिल्मी संवादों को बहुत बार संसद में दोहराया गया है। फिल्म का ट्रेलर देख कर लग रहा है कि कांग्रेस की सबसे सशक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कई ऐतिहासिक फैसलों और कामों को छोड़कर सिर्फ आपातकाल के मुद्दे को दिखाना कहीं फिल्मों के जरिए राजनैतिक फायदा उठाना तो नहीं है। अब तक इस ट्रेलर को देख कर चुप्पी भी बहुत सी कहानियों को जन्म दे रही है।
अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का ट्रेलर लॉन्च, नील नितिन का दमदार किरदार

अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का ट्रेलर लॉन्च, नील नितिन का दमदार किरदार

फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर की अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का आज ट्रेलर लॉन्च हो गया है। 28 जुलाई को रिलीज होने वाली इस फिल्म के ट्रेलर में 1975 में लगे आपातकाल को बखूबी दिखाया गया है।
कौन बनेगा भारत में ग्रेमी विजेता बीबर का मेजबान

कौन बनेगा भारत में ग्रेमी विजेता बीबर का मेजबान

कनाडा के गायक जस्टिन बीबर आठ मई को मुंबई पहुंच रहे हैं। यहां वह अपने जियो जस्टिन बीबर पर्पस वर्ल्ड टूर के लिए आ रहे हैं। भारत में कार्यक्रम कराने की जिम्मेदारी वाइट फॉक्स इंडिया की है। तैयारियां पूरी हैं सिवाय इसके कि उनकी मेजबानी कौन करेगा।
मुकेश अंबानी की आरआईएल को 8151 करोड़ का फायदा

मुकेश अंबानी की आरआईएल को 8151 करोड़ का फायदा

मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को मार्च तिमाही में 8151 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। जो अब तक का सर्वाधिक सालाना मुनाफा है।
‘बेगम जान’ के सामने बंगाली जादू को हिंदी में उतारने की चुनौती

‘बेगम जान’ के सामने बंगाली जादू को हिंदी में उतारने की चुनौती

भारतीय हिन्दी फिल्म निर्माता और निर्देशक महेश और मुकेश भट्ट ने इस बार श्रीजीत मुखर्जी को उन्हीं की फिल्म 'राजकहिनी' हिंदी में बनाने की जिम्मेदारी दी थी, जो उन्होंने ‘बेगम जान’ बनाकर पूरी कर ली है। बांग्ला भाषा में बनी फिल्म ‘राजकाहिनी’ वर्ष 2015 में रिलीज हुई थी। हिंदी सिनेमा ने इससे पहले भी कई भारतीय भाषाओं की हिट फिल्मों का रिमेक किया है।
संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिये क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिये तैयार है।
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