महिला ग्रैंड मास्टर भक्ति कुलकर्णी ने ताशकंद, उज्बेकिस्तान में चल रही एशियाई महाद्वीपीय महिला शतरंज चैम्पियनशिप के छठे दौर में उज्बेकिस्तान की गुलरूख बेगिम तोखीरजोनोवा के खिलाफ ड्रॉ खेलकर अपनी एकल बढ़त कायम रखी है।
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के उस विवादित प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश करने पर रोक लगाने की बात की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले शीर्ष अमेरिकी सीनेटरों ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता, सिविल सोसाइटी और मानवाधिकारों पर कथित रूप से बढ़ते हमलों पर गंभीर चिंता जताई है। सीनेटरों की चिंता पर ओबामा प्रशासन ने कहा कि वह इन मुद्दों पर भारत के साथ बात कर रहा है।
मानवाधिकार समूह द ह्यूमन राइट्स वाच (एचआरडब्ल्यू) ने कहा है कि भारत राजद्रोह और आपराधिक मानहानि जैसे अस्पष्ट शब्दों वाले कानूनों का इस्तेमाल नियमित रूप से असंतोष को दबाने के लिए राजनीतिक हथियार के तौर पर करता है। एचआरडब्ल्यू ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह ऐसे कानूनों को रद्द करे जिनका इस्तेमाल शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति को गैरकानूनी घोषित करने के लिए किया जाता है।
बांग्लादेश के दक्षिण पश्चिम में स्थित एक बौद्ध मठ में रहने वाले एक 70 वर्षीय उम्रदराज बौद्ध भिक्षु की कुछ अज्ञात लोगों ने मठ के भीतर हत्या कर दी। सिर्फ एक ही हफ्ते पहले इसी तरह के एक हमले में एक मुस्लिम सूफी प्रचारक की हत्या कर दी गई थी।
महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने कड़ी सुरक्षा के बीच मुंबई के हाजी अली दरगाह में प्रवेश कर वहां की जियारत की। कुछ लोगों के विरोध के बीच पुलिस की मौजुदगी में दरगाह में दुआ मांगने के बाद तृप्ति ने कहा कि उनका संघर्ष लैंगिक समानता को लेकर है।
सिविल सर्विस परीक्षा में 361 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल करने वाले मुस्िलम युवक अंसार अहमद शेख ने एक बार अपना नाम बदल कर शुभम रख लिया था। पुणे के फर्ग्युसन कालेज में पढ़ने आए अंसार ने ऐसा इसलिए किया था ताकि उसे कालेज हास्टल में रहने और खाने की उचित सुविधा मिल सके।
राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी पर एक शीर्ष डेमोक्रेटिक सीनेटर ने जोरदार हमला बोला है। सीनेटर हैरी रीड ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पद के भावी रिपब्लिकन उम्मीदवार उस पार्टी के स्वाभाविक प्रतिफल हैं, जो अप्रवासी विरोधी, महिला विरोधी और कामकाजी लोगों के खिलाफ है।