असल में म्यामांर के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए आंग सान सू का विरोध हो रहा है और उनका शांति का नोबेल पुरस्कार वापस लिए जाने की मांग की जा रही है।
पीएम मोदी ने सीधे तौर पर रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या पर कुछ नहीं कहा लेकिन पीएम मोदी बोले- रखाइन प्रांत में हिंसा के मुद्दे भारत चिंतित है, जिसमें ढेर सारे लोगों की जानें गईं। जिन चुनौतियों का आप सामना कर रहे हैं, हम उन्हें समझते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर के दौरान ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन के शियामेन की यात्रा पर जाएंगे। चीन दौरे के बाद पीएम म्यांमार की दो दिवसीय राजकीय यात्रा करेंगे।
दशकों के सैन्य शासन के बाद म्यांमार के एक नई राह पर कदम बढ़ाने के बीच भारत ने अपने इस पड़ोसी देश को हर कदम पर सहयोग और समर्थन का वादा किया है। दोनों देशों ने अपने संबंधों को गहरा बनाने और क्षेत्र में आतंकवादी एवं उग्रवादी गतिविधियों से मुकाबले में सक्रिय रूप से सहयोग करने का इरादा जाहिर किया।