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जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा या बर्फबारी की संभावना

जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा या बर्फबारी की संभावना

अगले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने या बर्फबारी की...
गुजरात-राजस्थान में बारिश से हाल बेहाल, NDRF के साथ सेना ने भी संभाला मोर्चा

गुजरात-राजस्थान में बारिश से हाल बेहाल, NDRF के साथ सेना ने भी संभाला मोर्चा

देश के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने हाहाकार मचा दिया है। राजस्थान के साथ-साथ गुजरात में भी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस स्थिति में अब एनडीआरएफ के साथ ही सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में फैली किसान आंदोलन की आग, कई जगह तोड़-फोड़ और आगजनी

मध्य प्रदेश के कई इलाकों में फैली किसान आंदोलन की आग, कई जगह तोड़-फोड़ और आगजनी

मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन की आग मंदसौर के बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल रही है। मंगलवार को हुई गोलीबारी में छः किसानों की मौत के बाद आंदोलन ने उग्र रूप भी ले लिया है।
30 साल बाद भारतीय सेना मेें शामिल होंगी नई तोपें, पहाड़ी इलाकों में दिखाएंगी दम

30 साल बाद भारतीय सेना मेें शामिल होंगी नई तोपें, पहाड़ी इलाकों में दिखाएंगी दम

बोफोर्स डील के तीस साल बाद अब भारतीय सेना में नई तोपें शामिल होने जा रही हैं। अमेरिका से 145 एम-777 हॉवित्ज़र तोप खरीदने के डील के तहत परीक्षण के लिए पहली दो तोपें भारत पहुंच चुकी हैं।
जानिए कैसे, आखिरी दम तक नक्सलियों से लोहा लेता रहा शेर मोहम्मद?

जानिए कैसे, आखिरी दम तक नक्सलियों से लोहा लेता रहा शेर मोहम्मद?

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए माओवादी हमले के दोरान एक जवान ने जख्मी होकर भी नहीं मानी हार। अपने साथियों को बचाने के लिए बड़ी बहादुरी से लड़ता रहा।
नक्‍सली क्यों बने सड़कों के दुश्मन, क्यों हो रहे हैं जवानों पर हमले?

नक्‍सली क्यों बने सड़कों के दुश्मन, क्यों हो रहे हैं जवानों पर हमले?

नक्‍सलियों ने छत्‍तीसगढ़ में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के 74 वीं बटालियन के करीब 90 जवान सोमवार सुबह बुरकापाल में निर्माणाधीन सड़क की सुरक्षा के लिए गए थे। बुरकापाल में सड़क का काम लंबे अरसे से बंद था, लेकिन सीआरपीएफ की सिक्युरिटी में इसका काम फिर शुरू हुआ। सड़क बनाने का काम प्राइवेट ठेकेदार कर रहे है। ठेकेदार नक्सली हिंसा के भय के चलते जवानों की सुरक्षा में ही काम करते हैं।
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