बिहार में चल रहे सियासी शक्ति प्रदर्शन के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर नीतीश-मोदी की दोस्ती को लेकर पुराना मुद्दा उठाया है।
बिहार विधानसभा में विश्वासमत की कार्यवाही चल रही है, वहीं आरजेडी के नेता तेजस्वी को विपक्षी दल का नेता चुन लिया गया है। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार हे राम से जय श्रीराम हो गए।
विधानसभा में भारी हंगामें के बीच एक ओर जहां नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। वहीं, दूसरी ओर राजद नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
महागठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार का आरजेडी को झटका देकर एनडीए से हाथ मिलाना फिलहाल सोशल मीडिया में सबसे बड़ा बहस का मुद्दा बना हुआ है। इस दौरान सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार ट्रोल हो रहे हैं। उनकी एक तस्वीर भी वायरल हो रही है।
बिहार में सियासी ड्रामा चरम पर है। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफा देते हुए गठबंधन तोड़ा तो वहीं विपक्षी दल भाजपा ने उन्हें अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया। नीतीश का शपथ ग्रहण गुरुवार को शाम 5 बजे होना तय हुआ था, लेकिन शपथ ग्रहण का कार्यक्रम सुबह 10 बजे हो गया। इस तरह नीतीश कुमार ने छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
बुधवार को रातभर चले सियासी ड्रामे के बाद नीतीश कुमार ने गुरुवार को छठी बार सीएम पद की शपथ ली। वहीं, सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण के साथ ही राज्य में एक बार फिर से भाजपा-जदयू की सरकार बन गई है।
नीतीश कुमार ने एनडीए के समर्थन से सरकार बना ली है। लेकिन आरजेडी ने बड़ी पार्टी होने के बाद भी सरकार बनाने के लिए राज्यपाल द्वारा आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है।
नीतीश कुमार महागठबंधन की गाठें छुड़ाकर अपने पुराने साथी रहे एनडीए से गठजोड़ कर चुके हैं। सियासी गलियारों में इस घटना ने हलचल तेज कर दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि एनडीए के विरोध में महागठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार एकाएक पाला बदलकर कैसे ‘कमल’ में रंग भरने को तैयार हो गए?
बुधवार को रातभर चले सियासी ड्रामे के बाद जहां नीतीश कुमार ने गुरुवार को छठी बार सीएम पद की और सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, वहीं बिहार में जेडीयू-आरजेडी का गठबंधन टूटने के बाद लालू यादव ने नीतीश के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है।
जनता दल (यू) की केरल इकाई ने नीतीश कुमार के महागठबंधन' को तोड़ने और भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिलाने के फैसले का भारी विरोध किया है। इसे लेकर केरल यूनिट ने जदयू से बाहर आने का फैसला किया है।